Category: खबरें और राजनीति

  • विश्व कल्याण के लिए ‘‘आत्मनिर्भर भारत’’ जरूरी: मोदी, 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर

    विश्व कल्याण के लिए ‘‘आत्मनिर्भर भारत’’ जरूरी: मोदी, 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर

    नयी दिल्ली, 15 अगस्त (भाषा)

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भारत को ‘आत्मनिर्भर’ बनाने पर जोर दिया और इसके लिए एक व्यापक रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कई घोषणाएं भी कीं।

    ‘‘आत्मनिर्भर भारत’’ को विश्व कल्याण के लिए भी जरूरी बताते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी भी इस संकल्प से देश को नहीं डिगा सकती है।

    ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से अपने सातवें स्वतंत्रता दिवस संबोधन में मोदी ने कहा कि भारत की संप्रभुता का सम्मान सर्वोपरि है और जिसने भी इस पर आंख उठाई, देश व देश की सेना ने उसे उसकी ही भाषा में जवाब दिया।

    प्रधानमंत्री ने ‘मेक इन इंडिया’ के साथ ‘मेक फॉर वर्ल्ड’ (Make for World) का नारा दिया और ‘‘राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य अभियान’’ की घोषणा की।

    पारम्परिक कुर्ता-पायजामा और माथे पर साफा पहने प्रधानमंत्री ने 86 मिनट के अपने संबोधन में कहा कि आत्मनिर्भर भारत का मतलब सिर्फ आयात कम करना ही नहीं, अपनी क्षमता, अपनी रचनात्मकता, अपने कौशल को बढ़ाना भी है।

    उन्होंने कहा कि सिर्फ कुछ महीने पहले तक एन-95 मास्क, पीपीई किट, वेंटिलेटर ये सब विदेशों से मंगवाये जाते थे लेकिन आज इन सभी में भारत न सिर्फ अपनी जरूरतें खुद पूरी कर रहा है, बल्कि दूसरे देशों की मदद के लिए भी आगे आया है।

    उन्होंने कहा कि पिछले साल भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।

    उन्होंने कहा, ‘‘भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। आज दुनिया की बहुत बड़ी-बड़ी कंपनियां भारत का रुख कर रही हैं। हमें ‘मेक इन इंडिया’ के साथ-साथ ‘मेक फॉर वर्ल्ड’ के मंत्र को लेकर आगे बढ़ना है।’’

    प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के बीच भारतीयों ने आत्म-निर्भर होने का संकल्प लिया है और यह केवल शब्द नहीं बल्कि सभी लोगों के लिए मंत्र है।

    उन्होंने कहा कि आखिर भारत कब तक कच्चे माल का निर्यात करेगा और तैयार उत्पादों का आयात करेगा, भारत को आत्म-निर्भर होना होगा।

    उन्होंने कहा कि भारत की विश्व अर्थव्यवस्था में जो हिस्सेदारी है, वह बढ़नी चाहिए और इसके लिये हमें आत्म-निर्भर होना होगा।

    उन्होंने कहा, ‘‘जब हम आर्थिक वृद्धि और विकास पर ध्यान केंद्रित करें तो मानवता इस प्रक्रिया में केंद्रीय भूमिका में होनी चाहिए।’’

    प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा कि हमारा मन पूरी तरह से ‘वोकल फॉर लोकल’ (Vocal for Local) (स्थानीय उत्पादों पर जोर देने वाला) होना चाहिए।

    प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर लद्दाख में चीन के साथ सीमा पर चल रहे तनाव की ओर इशारा करते हुए कहा कि भारत की संप्रभुता का सम्मान सर्वोपरि है और जिसने भी इस पर आंख उठाई, देश व देश की सेना ने उसे उसकी ही भाषा में जवाब दिया।

    मोदी ने चीन का नाम लिए बगैर कहा कि संप्रभुता के सम्मान के लिए देश व उसके जवान क्या कर सकते हैं, यह दुनिया ने लद्दाख में हाल ही में देखा।

    उन्होंने कहा, ‘‘नियंत्रण रेखा (एलओसी LOC) से लेकर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी LAC) तक देश की संप्रभुता पर जिस किसी ने आंख उठाई है, देश ने, देश की सेना ने उसे उसी की भाषा में जवाब दिया है।’’

    मोदी ने कहा, ‘‘भारत की संप्रभुता का सम्मान हमारे लिए सर्वोच्च है। इस संकल्प के लिए हमारे वीर जवान क्या कर सकते हैं, देश क्या कर सकता है, ये लद्दाख में दुनिया ने देखा है।’’

    प्रधानमंत्री ने गलवान घाटी में चीन के सैनिकों के साथ हुई झड़प में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आतंकवाद हो या विस्तारवाद, भारत आज इनका डटकर मुकाबला कर रहा है।

    पिछले दिनों संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थाई सदस्य के रूप में भारत को 192 में से 184 देशों के मिले समर्थन का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह दर्शाता है कि आज दुनिया का भारत पर विश्वास और मजबूत हुआ है।

    उन्होंने कहा, ‘‘विश्व के 192 में से 184 देशों का भारत को समर्थन मिलना हर हिंदुस्तानी के लिए गर्व की बात है। विश्व में कैसे हमने अपनी पहुंच बनाई है यह उसका उदाहरण है। यह तभी संभव होता है जब भारत खुद मजबूत हो, भारत सशक्त हो, भारत सुरक्षित हो।’’

    मोदी ने कहा कि हमारे पड़ोसी देशों के साथ चाहे वे हमसे जमीन से जुड़े हों या समंदर से, हम अपने संबंधों को और विश्वास के साथ जोड़ रहे हैं।

    उन्होंने कहा, ‘‘भारत का लगातार प्रयास है कि अपने पड़ोसी देशों के साथ अपने सदियों पुराने सांस्कृतिक, आर्थिक और सामाजिक रिश्तों को और गहराई दे।’’

    उन्होंने दक्षिण एशिया के देशों का आह्वान करते हुए कहा कि पूरे क्षेत्र में जितनी शांति होगी, जितना सौहार्द्र होगा, वह मानवता के काम आएगा।

    उन्होंने कहा, ‘‘पूरी दुनिया का हित इसमें समाहित है।’’

    मेक इन इंडिया’ (Make in India) के साथ ‘मेक फॉर वर्ल्ड’ (Make for World) (विश्व के लिए विनिर्माण) का नारा जोड़ते हुए मोदी ने भारत को आर्थिक नीतियों में सुधार और बुनियादी ढांचे के विकास के साथ विश्व आपूर्ति श्रृंखला में विनिर्माण के एक प्रमुख केंद्र के रूप में प्रस्तुत करने का संकल्प पेश किया।

    उन्होंने कहा कि भारत अपनी 130 करोड़ जनता के समर्थन के साथ ‘मेक फॉर वर्ल्ड’ की दिशा में प्रगति करने का सामर्थ्य रखता है।

    ‘‘आत्मनिर्भरता’’ को कोरोना वायरस महामारी से मिली सबसे बड़ी सीख करार देते हुए प्रधानमंत्री ने ‘‘राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य अभियान’’ की घोषणा की और कहा कि इससे देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में नई क्रांति आएगी और तकनीक के माध्यम से लोगों की परेशानियां कम होंगी।

    उन्होंने कहा कि आज से देश में एक और बहुत बड़ा अभियान शुरू होने जा रहा है और यह है ‘‘नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन’’।

    उन्होंने कहा, ‘‘नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन, भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र में नई क्रांति लेकर आएगा। तकनीक के माध्यम से लोगों की परेशानियां कम होंगी।’’

    देश के सर्वांगीण अवसरंचना विकास के लिए ‘‘राष्ट्रीय इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन परियोजना’’ में 100 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किए जाने का एलान करते हुए उन्होंने बताया कि इसके लिए लगभग सात हजार परियोजनाओं को चिह्नित भी किया जा चुका है।

    उन्होंने कहा कि भारत को आधुनिकता की तरफ तेज गति से ले जाने के लिए, देश के सर्वांगीण अवसंरचना विकास को एक नई दिशा देने की जरूरत है।

    कोरोना वायरस के खिलाफ चल रही जंग का विस्तार से जिक्र करते हुए मोदी ने विश्वास व्यक्त किया कि 130 करोड़ देशवासियों की संकल्प शक्ति से भारत यह जंग जीतेगा।

    प्रधानमंत्री ने कोरोना योद्धाओं, स्वतंत्रता के आंदोलन में कुर्बानी देने वाले सभी सेनानियों और देश की रक्षा में शहादत देने वाले जवानों को भी याद किया और उन्हें नमन किया।

    इससे पहले लाल किले पहुंचने पर प्रधानमंत्री ने तिरंगा झंडा फहराया और देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। उन्होंने राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धाजंलि अर्पित की।

    डिस्क्लेमर– यह आर्टिकल PTI न्यूज फीड से सीधे प्रकाशित किया गया है.

  • राफेल लड़ाकू विमान के पांच जहाज फ्रांस से भारत के लिये रवाना

    राफेल लड़ाकू विमान के पांच जहाज फ्रांस से भारत के लिये रवाना

    नयी दिल्ली, 27 जुलाई (भाषा) राफेल लड़ाकू विमानों (Rafale Fighter Planes) की पहली खेप के पांच जहाज सोमवार को फ्रांस से भारत के लिये रवाना हो गए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

    इन विमानों के बुधवार को अंबाला वायुसेना स्टेशन पहुंचने की उम्मीद है। भारत ने वायुसेना के लिये 36 राफेल विमान खरीदने के लिये चार साल पहले फ्रांस के साथ 59 हजार करोड़ रुपये का करार किया था।

    वायुसेना के बेड़े में राफेल के शामिल होने से उसकी युद्ध क्षमता में महत्वपूर्ण वृद्धि होने की उम्मीद है। भारत को यह राफेल लड़ाकू विमान ऐसे समय में मिले हैं, जब उसका पूर्वी लद्दाख में सीमा के मुद्दे पर चीन के साथ गतिरोध चल रहा है।

    फ्रांस में भारत के राजदूत जावेद अशरफ ने राफेल विमानों के फ्रांस से उड़ान भरने से पहले भारतीय वायुसेना के पायलटों से बातचीत की।

    पेरिस में स्थित भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, ‘यात्रा मंगलमय हो: फ्रांस में भारतीय राजदूत ने राफेल के भारतीय पायलटों से बातचीत कर उन्हें बधाई दी। साथ ही उन्हें सुरक्षित भारत पहुंचने के लिये शुभकामनाएं भी दीं।’

    इन पांच राफेल लड़ाकू विमानों को बुधवार दोपहर वायुसेना में शामिल किये जाने की उम्मीद है। हालांकि, वायुसेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि राफेल लड़ाकू विमानों को बल में शामिल करने को लेकर औपचारिक समारोह का आयोजन अगस्त के मध्य में किया जाएगा।

  • कोरोना अपडेट: भारत में कोविड-19 के एक दिन में रिकॉर्ड 49,310 मामले सामने आए, कुल मामले हुए 13 लाख के करीब

    कोरोना अपडेट: भारत में कोविड-19 के एक दिन में रिकॉर्ड 49,310 मामले सामने आए, कुल मामले हुए 13 लाख के करीब

    भारत में कोविड-19 के एक दिन में रिकॉर्ड 49,310 मामले सामने आने के साथ ही संक्रमण के कुल मामले शुक्रवार को बढकर 12,87,945 पर पहुंच गए जबकि 8,17,208 लोग इस बीमारी से उबर चुके हैं।

    केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक जारी आंकड़ों के अनुसार 24 घंटे में इस महामारी से 740 और लोगों की मौत से मृतकों की संख्या बढ़कर 30,601 हो गई है।

    देश में अब भी 4,40,135 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं।

    अभी तक 63.45 प्रतिशत लोग स्वस्थ हो चुके हैं। संक्रमण के कुल मामलों में विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।

    बीते 24 घंटों में जिन 740 मरीजों की मौत हुई है उनमें से 298 की महाराष्ट्र, 97 की कर्नाटक, 88 की तमिलनाडु, 61 की आंध्र प्रदेश, 34 की पश्चिम बंगाल, 28 की गुजरात, 26-26 की उत्तर प्रदेश और दिल्ली, 11 की राजस्थान, 10 की मध्य प्रदेश और नौ-नौ मरीजों की मौत जम्मू कश्मीर और तेलंगाना में हुई।

    पंजाब में आठ लोगों की मौत हुई जबकि असम, ओडिशा और हरियाणा में छह-छह, केरल में पांच, उत्तराखंड, झारखंड और पुडुचेरी में तीन-तीन जबकि छत्तीसगढ़, त्रिपुरा और गोवा में एक-एक शख्स की जान गई।

    आईसीएमआर के अनुसार 23 जुलाई तक कुल 1,54,28,170 नमूनों की जांच की गई जिनमें से 3,52,801 नमूनों की जांच बृहस्पतिवार को की गई।

    अभी तक इस महामारी से मरने वाले कुल 30,601 लोगों में से सबसे अधिक 12,854 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई है। इसके बाद दिल्ली में 3,745, तमिलनाडु में 3,232, गुजरात में 2,252, कर्नाटक में 1,616, उत्तर प्रदेश में 1,289, पश्चिम बंगाल में 1,255, आंध्र प्रदेश में 884 और मध्य प्रदेश में 780 लोगों की मौत हुई।

    राजस्थान में कोविड-19 से अब तक 594, तेलंगाना में 447, हरियाणा में 378, जम्मू कश्मीर में 282, पंजाब में 277, बिहार में 217, ओडिशा में 114, असम में 70, झारखंड में 67, उत्तराखंड में 60 और केरल में 50 मरीजों की जान गई।

    पुडुचेरी में 34, छत्तीसगढ़ में 30, गोवा में 29, चंडीगढ़ में 13, हिमाचल प्रदेश में 11, त्रिपुरा में 10, मेघालय में चार, अरुणाचल प्रदेश में तीन, दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव तथा लद्दाख में दो-दो लोगों की मौत हुई।

    स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मरने वालों में 70 प्रतिशत से अधिक को पहले से अन्य बीमारियां भी थी।

    संक्रमण के सबसे अधिक 3,47,502 मामले महाराष्ट्र में सामने आए। इसके बाद तमिलनाडु में 1,92,964, दिल्ली में 1,27,364, कर्नाटक में 80,863, आंध्र प्रदेश में 72,711, उत्तर प्रदेश में 58,104, गुजरात में 52,477 और पश्चिम बंगाल में 51,757 मामले सामने आए।

    तेलंगाना में कोविड-19 के मरीजों की संख्या बढ़कर 50,826, राजस्थान में 33,220, बिहार में 31,980, हरियाणा में 28,975, असम में 28,791 और मध्य प्रदेश में 25,474 हो गई।

    ओडिशा में 21,099, जम्मू कश्मीर में 16,429, केरल में 16,110 जबकि पंजाब में 11,739 लोग संक्रमित पाए गए।

    झारखंड में संक्रमण के 6,975, छत्तीसगढ़ में 6,254, उत्तराखंड में 5,445, गोवा में 4,350, त्रिपुरा में 3,656, पुडुचेरी में 2,420, मणिपुर में 2,115, हिमाचल प्रदेश में 1,834 और लद्दाख में 1,210 मामले सामने आए।

    नगालैंड में 1,174, अरुणाचल प्रदेश में 991, चंडीगढ़ में 800 और दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव में 770 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए।

    मेघालय में महामारी के 534, सिक्किम में 460, मिजोरम में 332 जबकि अंडमान और निकोबार में 240 मामले सामने आए।

    मंत्रालय ने कहा, ‘‘हमारे आंकड़ों का आईसीएमआर के आंकड़ों से मिलान किया जा रहा है।’’

    डिस्क्लेमर-यह आर्टिकल PTI न्यूज फीड से सीधे प्रकाशित किया गया है.

  • कोरोना अपडेट: भारत में कोविड-19 के मामले बढ़कर 7,42,417 हुए

    कोरोना अपडेट: भारत में कोविड-19 के मामले बढ़कर 7,42,417 हुए

    नयी दिल्ली, आठ जुलाई (भाषा) देश में कोविड-19 के 22,752 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर बुधवार को 7,42,417 हो गयी जबकि इस संक्रमण से 482 और लोगों की मौत के साथ ही मृतक संख्या बढ़कर 20,642 हो गई।

    केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सुबह आठ बजे अद्यतन किए गए आंकड़ों के अनुसार देश में अभी तक कोविड-19 के 4,56,830 मरीज ठीक हो चुके हैं और 2,64,944 लोगों का इलाज जारी है।

    अधिकारी ने कहा, ‘‘ मरीजों के ठीक होने की दर करीब 61.53 प्रतिशत है।’’

    केाविड-19 के कुल पुष्ट मामलों में विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।

    देश में लगातार छठे दिन 20,000 से अधिक मामले सामने आए हैं।

    आईसीएमआर के मुताबिक सात जुलाई तक देश में 1,04,73,771 नमूनों की जांच की गई, जिनमें से 2, 62, 679 लोगों की जांच मंगलवार को ही की गई।

    आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में जिन 482 लोगों की जान गई है, उनमें से सबसे अधिक 224 लोग महाराष्ट्र के हैं। इसके बाद तमिलनाडु के 65, दिल्ली के 50, पश्चिम बंगाल के 25, उत्तर प्रदेश के 18, गुजरात के 17, कर्नाटक के 15, आंध्र प्रदेश के 13, राजस्थान के 11, बिहार तथा तेलंगाना के सात-सात, पंजाब के छह, जम्मू-कश्मीर तथा मध्य प्रदेश के पांच-पांच, ओडिशा के चार, हरियाणा के तीन, झारखंड तथा पुडुचेरी के दो-दो और चंडीगढ़, गोवा तथा उत्तराखंड के एक-एक व्यक्ति हैं।

    कोविड-19 से अभी तक 20,642 मरीजों की मौत के मामलों में महाराष्ट्र में सबसे अधिक 9,250 लोगों ने जान गंवाई है। इसके बाद दिल्ली में 3,165, गुजरात में 1,977, तमिलनाडु में 1,636, उत्तर प्रदेश में 827, पश्चिम बंगाल में 804, मध्य प्रदेश में 622, राजस्थान में 472, कर्नाटक में 416 और तेलंगाना में 313 लोगों की मौत हुई।

    हरियाणा में कोविड-19 के 279, आंध्र प्रदेश में 252, पंजाब में 175, जम्मू कश्मीर में 143, बिहार में 104, उत्तराखंड में 43, ओडिशा में 42 और केरल में 27 लोगों ने जान गंवाई।

    स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार महामारी से झारखंड में 22, छत्तीसगढ़, असम तथा पुडुचेरी में 14-14, हिमाचल प्रदेश में 11, गोवा में आठ, चंडीगढ़ में सात, अरुणाचल प्रदेश में दो और मेघालय, त्रिपुरा, लद्दाख में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई।

    उसने बताया कि जान गंवाने वाले 70 प्रतिशत लोगों को पहले से ही कोई बीमारी थी।

    मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार महाराष्ट्र में संक्रमण के सबसे अधिक 2,17,121 मामले सामने आए हैं। इसके बाद तमिलनाडु में 1,18,594, दिल्ली में 1,02,831, गुजरात में 37, 550, उत्तर प्रदेश में 29,968, तेलंगाना में 27,612 और कर्नाटक में 26,815, मामले सामने आए हैं।

    पश्चिम बंगाल में 23,837 , राजस्थान में 21,404 , आंध्र प्रदेश में 21,197, हरियाणा में 17,999 और मध्य प्रदेश में 15,627 लोग संक्रमित पाए गए हैं।

    बिहार में संक्रमण के मामले बढ़कर 12,570 , असम में 12,522, ओडिशा में 10,097, जम्मू-कश्मीर में 8,931 हो गए। पंजाब में अब तक संक्रमण के 6,749 जबकि केरल में 5,894 मामले सामने आए हैं।

    छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस संक्रमण के 3,415 ,उत्तराखंड में 3,230 , झारखंड में 2,996, गोवा में 1,903 , त्रिपुरा में 1,704, मणिपुर में 1,430, हिमाचल प्रदेश में 1,083 और लद्दाख में 1,041 मरीज हैं।

    पुडुचेरी में संक्रमण के 930, नगालैंड में 625, चंडीगढ़ में 494 तथा दादरा नगर हवेली तथा दमन और दीव में 405 मामले सामने आए हैं।

    अरुणाचल प्रदेश में 276, मिजोरम में 197, अंडमान-निकोबार द्वीप में 147, सिक्किम में 125 जबकि मेघालय में 80 लोग संक्रमित मिले हैं।

    मंत्रालय ने कहा, ‘‘हमारे आंकड़ों का आईसीएमआर (भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद) के आंकड़ों से मिलान किया जा रहा है।’’

    डिस्क्लेमर-यह आर्टिकल PTI न्यूज फीड से सीधे प्रकाशित किया गया है.

  • अनलॉक 2.0 में अब घूमने जा सकते हैं उत्तराखंड, इन गाइडलाइन्स को करना होगा फॉलो

    अनलॉक 2.0 में अब घूमने जा सकते हैं उत्तराखंड, इन गाइडलाइन्स को करना होगा फॉलो

    उत्तराखंड सरकार ने अनलॉक 2.0 (Unlock 2.0) के दौरान पर्यटन (Tour and Travel) उद्योग को राहत दी है। साथ ही सरकार ने राज्य के बाहर से आने वाले सैलानियों के लिए नई गाइडलाइन्स जारी की हैं।

    महेश पांडे, देहरादून
    उत्तराखंड में अनलॉक दो में राज्य सरकार ने पर्यटन उद्योग और आम लोगों को काफी रियायतें दी हैं। अब उत्तराखंड (Uttarakhand) में रेस्टोरेंट रात नौ बजे तक खुलेंगे। साथ ही सरकार ने शॉपिंग मॉल्स और होटलों पर से भी प्रतिबंध हटा लिया है। वहीं शादी या सगाई समारोह में शामिल होने के लिए दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को अब क्वांरटीन में नहीं रहना पड़ेगा।

    राज्य के मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने हाल ही में अनलॉक-2 के तहत दिशा-निर्देश जारी किए थे। हालांकि सैलानियों व अन्य लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) समेत अन्य नियमों का पालन जरूर करना होगा।

    पर्यटन उद्योग को बड़ी राहत

    अनलॉक-2 में सरकार ने पर्यटन उद्योग (Travel Industry) को बड़ी राहत दी है। सैलानियों को सार्वजनिक स्थानों पर जाने की अनुमति दी गई है। हालांकि दूसरे राज्यों से आने वाले सैलानियों को स्मार्ट सिटी वेब पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा।

    सैलानियों को राज्य में आने के लिए किसी तरह के परमिट की जरूरत नहीं होगी, लेकिन सीमा चेक पोस्ट पर उन्हें अपना रजिस्ट्रेशन दिखाना होगा। पर्यटकों को राज्य में प्रवेश करने से 72 घंटे पहले तक कराए गए कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट अपने साथ रखनी होगी, जिसमें उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई हो।

    साथ रखना होगा कोरोना टेस्ट रिपोर्ट

    उत्तराखंड आने के लिए किए रजिस्ट्रेशन कराते समय इस रिपोर्ट को भी संलग्न कराना होगा। होटल (Hotels) अथवा होम-स्टे (Homestay) में ठहरने वाले यात्रियों को होटल प्रबंधन रूम सर्विस के रूप में शराब भी सर्व कर सकता है, लेकिन होटल में बने बार को खोलने की अनुमति नहीं होगी।

    बिना कोरोना वायरस टेस्ट कराए आने वालों को न्यूनतम 7 दिनों तक होटल में ठहरना होगा और उन्हें सार्वजनिक स्थानों पर जाने की अनुमति नहीं होगी।

    होम-स्टे और ​होटल्स को भी छूट

    होटल व होम-स्टे में दी गई छूट का जिक्र भी गाइडलाइन में किया गया है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि प्रदेश में होटल और सेवा क्षेत्रों को खोलने की छूट रहेगी। बशर्ते यह कंटेनमेंट जोन के बाहर हो और यहां आने वालों की बुकिंग न्यूनतम 7 दिनों के लिए की जाएगी।

    आने से 72 घंटे पहले कोरोना टेस्ट कराने वालों पर यह बाध्यता लागू नहीं होगी। जिला प्रशासन चेक पोस्ट में इनकी मेडिकल रिपोर्ट की सत्यता की जांच करेगा। होटल प्रबंधन को पूर्व में जारी की गई स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) का अनुपालन करना अनिवार्य होगा।

    मॉल व रेस्टोरेंट को रखना होगा ग्राहकों का रिपोर्ट

    विशिष्ट लोगों के सपोर्ट स्टाफ को भी क्वारंटीन रहने से छूट रहेगी। सरकारी काम के लिए के लिए अंतरराज्यीय यात्रा करने वाले केंद्रीय मंत्री, राज्य सरकार के मंत्री, सभी न्यायालय के जज, सरकारी वकील, सांसद, विधायक और सरकारी अधिकारियों को उनके सपोर्ट स्टाफ के साथ क्वारंटीन से छूट रहेगी।

    इन सभी को सुरक्षा और शारीरिक दूरी के मानकों का अनुपालन सुनिश्चित करना होगा। शॉपिंग मॉल व रेस्टोरेंट को आने वाले ग्राहकों का पूरा रिकॉर्ड रखना होगा।

    रेस्टोरेंट खुलने का समय होगा फिक्स

    प्रदेश के सभी रेस्टोरेंट्स को सुबह 7:00 से रात 9:00 बजे तक संचालन में अनुमति होगी। रेस्टोरेंट में भी ग्राहकों का पूरा रिकॉर्ड रखना होगा, जिसमें उनके आने और जाने का समय भी शामिल है।

    शॉपिंग मॉल सुबह 7:00 से रात 8:00 बजे तक खुल सकेंगे। शॉपिंग मॉल के रेस्टोरेंट को 9:00 बजे तक खोलने की अनुमति होगी। मॉल में 1 दिन में 50 फीसदी दुकान ही खुलेंगी। जिला प्रशासन मॉल प्रबंधन से विचार-विमर्श कर यहां प्रतिदिन आने वालों की संख्या भी नियत कर सकता है।

    हवाई सफर को भी अनुमति

    सरकार ने उड़ान योजना के तहत प्रदेश के भीतर हवाई जहाज, हेलिकॉप्टर के संचालन को भी अनुमति प्रदान कर दी है। इसमें सफर करने के दौरान और बाद में यात्रियों को तय गाइडलाइन का पालन करना होगा ।

    शादी और सगाई आदि समारोह के लिए बैंक्वेट और कम्युनिटी हॉल्स को खोलने की अनुमति भी प्रदान की गई दी है।

    बैंक्वेट और कम्युनिटी हॉल के प्रबंधकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि शादी समारोह में शिरकत करने वालों की संख्या 50 से अधिक न हो। शादी में शामिल होने के लिए बाहर से आने वाले गैर संक्रमित लोगों को होटल में न्यूनतम दिन तक के रुकने के नियम से छूट रहेगी, बशर्ते वे तय मानकों का अनुपालन करें।

    शादी में जाने वालों के लिए छूट

    शादी और सगाई आदि के लिए बैंक्वेट, कम्युनिटी हॉल के लिए जारी अनुमति में स्पष्ट किया गया है कि समारोह में शामिल होने वाले सभी लोगों से उनके निवास स्थान व शादी के स्थल के बारे में जानकारी देता हुआ शपथ पत्र बैंक्वेट और कम्युनिटी हॉल वाले को लेना होगा।

    जहां कर्मचारियों और शादी में शिरकत करने वालों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी।

    यहां आने वाले सभी लोगों का पूरा रिकॉर्ड रखना होगा। शादी में शिरकत करने वालों को अपने अथवा अन्य वाहन से घर जाते समय रात्रि कर्फ्यू के मानकों में छूट रहेगी।

    Source: Navbharat Times

  • PUBG Mobile Game के शौक़ीन बच्चे ने माँ – बाप को कर दिया कंगाल, उड़ाए 16 लाख रुपये

    PUBG Mobile Game के शौक़ीन बच्चे ने माँ – बाप को कर दिया कंगाल, उड़ाए 16 लाख रुपये

    PUBG Mobile Game

    PUBG Mobile के आदी बनने के चक्कर में बच्चे क्या-क्या कर डालते हैं, इसका एक उदाहरण पंजाब में सामने आया है। पब्जी खेलने के आदी एक बच्चे ने अपने मां-बाप के अकाउंट से 16 लाख रुपये उड़ा डाले।

    उड़ाए 16 लाख

    PUBG Mobile गेम का क्रेज अभी भी बरकरार है। PUBG गेम को लेकर ऐसी ही चौंकाने वाली घटना सामने आई है। पंजाब में एक टीनएजर ने इस पॉप्युलर गेम को खेलने के दौरान इन-ऐप पर्चेजेस और अपग्रेडिंग के लिए 16 लाख रुपये खर्च कर डाले। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 17 साल के एक टीनएजर के पास तीन बैंक अकाउंट का ऐक्सिस था।

    PUBG Mobile गेम के आदी बन चुके इस लड़के ने ऐप में पैसे खर्च करने के लिए इन अकाउंट्स का इस्तेमाल किया।

    टीनएजर ने अपने माता-पिता को बताया था कि वह अपनी पढ़ाई के लिए मोबाइल को देर तक इस्तेमाल कर रहा है जबकि इसकी जगह वह घंटो तक PUBG Mobile खेलने में समय बिताता था। इन-ऐप पर्चेजेस के अलावा गेम खेलने के दौरान वह अपने टीममेट्स के लिए भी अपग्रेड खरीद रहा था। द ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट में यह खुलासा किया गया।

    PUBG Mobile Game

    सारे मेसेज कर देता था डिलीट

    पैसों के खर्च होने की जानकारी तब मिली जब लड़के के मां-बाप ने बैंक अकाउंट देखा और पाया कि करीब 16 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, टीनएजर अपनी मां के फोन को PUBG Mobile खेलने के लिए इस्तेमाल करता था। बैंक ट्रांजैक्शन के पूरे होने के बाद अपनी मां के डिवाइस से सारे मेसेज डिलीट कर देता था। लड़के के पिता के मुताबिक, उन्होंने अपने बेटे के भविष्य और मेडिकल जरूरतों के लिए यह पैसा बचाया था।

    PUBG Mobile Game

    पुलिस ने किया मदद करने से मना

    टीनएजर के पिता एक सरकारी कर्मचारी हैं और जिस समय उनके बेटे ने PUBG Mobile गेम में पैसे उड़ाए, उनकी पोस्टिंग कहीं और थी। खबरों के मुताबिक, लड़के ने एक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करने भी किए ताकि उसे कोई पकड़ ना सके। पुलिस ने लड़के के माता-पिता को किसी तरह की मदद देने से इनकार कर दिया क्योंकि उनके बेटे ने गेम पर जानबूझकर पैसे खर्च किए थे।

    Source: Navbharat Times

  • महाराष्ट्र में मालगाड़ी की चपेट में आने से 14 प्रवासी मजदूरों की मौत

    महाराष्ट्र में मालगाड़ी की चपेट में आने से 14 प्रवासी मजदूरों की मौत

    महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में रेल की पटरियों पर सो रहे कम से कम 14 प्रवासी मजदूरों की शुक्रवार सुबह मालगाड़ी की चपेट में आने से मौत हो गई।

    पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि करमाड पुलिस थाने के तहत आने वाले क्षेत्र में सुबह सवा पांच बजे हुई इस दुर्घटना में दो अन्य मजदूर घायल हो गए।

    करमाड पुलिस थाने के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि मध्य महाराष्ट्र के जालना से भुसावल की ओर पैदल जा रहे मजदूर अपने गृह राज्य मध्य प्रदेश लौट रहे थे।

    उन्होंने बताया कि वे रेल की पटरियों के किनारे चल रहे थे और थकान के कारण पटरियों पर ही सो गए थे। करमाड से करीब 40 किलोमीटर दूर जालना से आ रही मालगाड़ी पटरियों पर सो रहे इन मजदूरों पर चढ़ गई।

    पुलिस अधिकारी संतोष खेतमलास ने बताया, ‘‘जालना में एक इस्पात फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर गत रात पैदल ही अपने गृह राज्य की ओर निकल पड़े थे। वे करमाड तक आए और थककर पटरियों पर सो गए।’’

    उन्होंने बताया कि इस हादसे में 14 मजूदरों की मौत हो गई जबकि दो अन्य घायल हो गए। इस समूह के साथ चल रहे तीन मजदूर जीवित बच गए क्योंकि वे रेल की पटरियों से कुछ दूरी पर सो रहे थे।

    उन्होंने बताया कि घायलों का इलाज चल रहा है।

    कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए लॉकडाउन के कारण ये प्रवासी मजदूर बेरोजगार हो गए थे और अपने घर जाना चाहते थे। वे पुलिस से बचने के लिए रेल की पटरियों के किनारे पैदल चल रहे थे।

    हादसे की एक वीडियो क्लिप में पटरियों पर मजदूरों के शव पड़े दिखाई दे रहें हैं और शवों के पास उनका थोड़ा बहुत सामान बिखरा पड़ा दिख रहा है।

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर शुक्रवार को दुख जताया।

    उन्होंने कहा कि हरसंभव सहायता मुहैया कराई जा रही है।

    प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘महाराष्ट्र के औरंगाबाद में रेल दुर्घटना में लोगों के मारे जाने से बहुत दुखी हूं। रेल मंत्री पीयूष गोयल से बात की है और वह स्थिति पर करीबी नजर रख रहे हैं।’’

    महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिवारों को वित्तीय मदद देने की घोषणा की है।

    डिस्क्लेमर-यह आर्टिकल PTI न्यूज फीड से सीधे प्रकाशित किया गया है.

  • पंजाब में सात मई से होगी शराब की होम डिलीवरी

    पंजाब में सात मई से होगी शराब की होम डिलीवरी

    चंडीगढ़, छह मई (भाषा) पंजाब आबकारी एवं कराधान विभाग ने राज्य में शराब के ठेके खोले जाने के संबंध में बुधवार को एक आदेश जारी किया, जिसके बाद सात मई से राज्य में शराब की होम डिलीवरी शुरू हो जाएगी।

    अधिकारियों ने बताया शराब के ठेके केवल उतने ही वक्त के लिए खुलेंगे, जितने वक्त के लिए कर्फ्यू में ढील दी जा रही है। यह वक्त सुबह नौ बजे से अपराह्न एक बजे तक है।

    आदेश में कहा गया है कि सहायक आबकारी एवं कराधान आयुक्त शराब घर तक पहुंचाने के समय के बारे में उपायुक्तों से विचार-विमर्श के बाद निर्णय लेंगे।

    आदेश में कहा गया है कि पंजाब आबकारी अधिनियम,1914 एवं आबकारी नियम में हालांकि शराब घर तक पहुंचाने का कोई प्रावधान नहीं है, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए सामाजिक दूरी के नियम का पालन सुनिश्चित करने के लिए यह निर्णय लिया गया है।

    आदेश में कहा गया है कि सिर्फ लॉकडाउन अवधि के दौरान लोगों के घर तक शराब पहुंचाने की अनुमति होगी।

    आदेश में कहा गया है कि किसी भी खरीदार को होम डिलीवरी के माध्यम से केवल दो लीटर शराब खरीदने की अनुमति होगी।

    आदेश के अनुसार विभाग होम डिलीवरी के काम में लगाए गए लोगों को पहचान पत्र जारी करेगा और उनके पास कर्फ्यू पास भी होगा।

    इसमें कहा गया है कि ‘पंजाब मीडियम लिकर (पीएमएल)’ की होम डिलीवरी नहीं की जाएगी।

    इस बीच, रूपनगर की उपायुक्त सोनाली गिरि ने कहा कि शराब के ठेके सुबह नौ बजे से एक बजे तक खुलेंगे। शराब की होम डिलीवरी सुबह नौ बजे से शाम सात बजे तक होगी।

    डिस्क्लेमर-यह आर्टिकल न्यूज फीड से सीधे प्रकाशित किया गया है.

  • लॉकडाउन में मजदूर दिवस पर दूसरे प्रदेशों में फंसे मजदूरों को स्‍पेशल ट्रेनें, सरकार ने दी मंजूरी

    लॉकडाउन में मजदूर दिवस पर दूसरे प्रदेशों में फंसे मजदूरों को स्‍पेशल ट्रेनें, सरकार ने दी मंजूरी

    दूसरे राज्‍यों में फंसे प्रवासी श्रमिकों, छात्रों और अन्य लोगों को निकालने के लिए स्‍पेशल ट्रेन्‍स चलाए जाने का रास्‍ता साफ हो गया है। केंद्र सरकार ने रेलवे बोर्ड को स्पेशल ट्रेनों के संचालने के लिए अपनी मंजूरी दे दी है। अब राज्‍य सरकारें और रेलवे बोर्ड ट्रेनों के संचालन से जुड़ी सभी व्यवस्था करेंगे।

    लॉकडाउन

    लॉकडाउन (Lockdown) की वजह से अलग-अलग राज्‍यों में फंसे लोगों के लिए बेहद अच्‍छी खबर है। केंद्र सरकार ने उनके लिए स्‍पेशल ट्रेन्‍स चलाने की परमिशन दे दी है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री आवास पर हुई बैठक में इस बारे में फैसला हुआ। इस मीटिंग में पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा, गृह मंत्री अमित शाह, रेल मंत्री पीयूष गोयल, चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ जनरल बिपिन रावत, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा और पीएम के प्रधान सचिव पीके मिश्रा शामिल रहे।

    रेलवे जोन्‍स को मिले निर्देश

    Corona Special Train Order

    रेल मंत्रालय ने अपने सभी जोन्‍स के लिए निर्देश जारी किए हैं। उनसे कहा गया है कि वे राज्‍यों से उनकी डिमांड का पता करें। अगर सबकुछ ठीक रहता है तो आज-कल में कई और स्‍पेशल ट्रेनें शुरू की जा सकती हैं। उत्‍तर प्रदेश और मध्‍य प्रदेश ने महाराष्‍ट्र से अपने वर्कर्स को लाने के लिए क्लियरेंस दे दिया है। हालांकि बिहार ने अभी तक रजामंदी नहीं दी है।

    रेलवे को है इस बात की चिंता

    रेलवे के लिए परेशानी का सबब ये है कि ट्रेनें चलाने के ऐलान के बाद कहीं स्‍टेशंस पर भारी भीड़ ना जुट जाए। मुंबई में ऐसी ही अफवाह पर हजारों प्रवासी मजदूर घर जाने के लिए बान्‍द्रा स्‍टेशन पर जमा हो गए थे। रेलवे को टेंशन है कि अगर दोबारा ऐसा हुआ तो हालात बेकाबू हो जाएंगे। इतनी भीड़ में सोशल डिस्‍टेंसिंग की धज्जियां उड़ जाएंगी और कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा कई गुना बढ़ जाएगा।

    तेलंगाना से झारखंड गई पहली ट्रेन

    लॉकडाउन शुरू होने के बाद से ही पैसेंजर्स के लिए ट्रेनें बंद थीं। बार-बार डिमांड हो रही थी कि प्रवासी मजदूरों के लिए ट्रेनें खोल दी जाएं। झारखंड सरकार के अनुरोध पर केंद्र ने शुक्रवार को एक स्‍पेशल ट्रेन चलाने की इजाजत दे दी। यह स्पेशल ट्रेन तेलंगाना के लिंगमपल्ली में फंसे 1,200 प्रवासियों को झारखंड के हटिया तक ले जाने के लिए रवाना की गई, जो रात करीब 11 बजे हटिया पहुंचेगी। आरपीएफ के डीजी अरुण कुमार ने बताया, ’24 बोगियों वाली यह ट्रेन शुक्रवार सुबह 4 बजकर 50 मिनट पर रवाना हुई।’

    केरल से ओडिशा के लिए आज रवाना होगी दूसरी ट्रेन

    कोरोना वायरस लॉकडाउन में फंसे लोगों को घर भेजने के लिए आज दूसरी स्पेशल ट्रेन केरल के अलुवा से ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के लिए रवाना होगी। दक्षिणी रेलवे के वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक त्रिवेंद्रम डॉ राजेश चंद्रन ने बताया कि हमें जानकारी मिली है कि रेलवे अपने राज्यों में प्रवासियों को वापस ले जाने का लिए परिवहन का प्रमुख साधन होगा। 1140 यात्रियों की क्षमता वाली एक ट्रेन आज अलुवा से भुवनेश्वर के लिए शुरू हो रही है।

    साभार: नवभारत टाइम्स

  • इरफान खान के बाद बॉलिवुड का दूसरा सितारा डूबा: मुंबई में ऋषि कपूर का निधन

    इरफान खान के बाद बॉलिवुड का दूसरा सितारा डूबा: मुंबई में ऋषि कपूर का निधन

     

    मुंबई में ऋषि कपूर का निधन

    बॉलिवुड के दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर इस दुनिया में नहीं रहे। बुधवार को 67 साल की उम्र में उनका मुंबई के सर एच एन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल में निधन हो गया। वह 2 साल से कैंसर से लड़ रहे थे।

    कल हुआ था इरफ़ान खान का निधन

    Irfan Khan

    बुधवार को शानदार कलाकार इरफान खान ने दुनिया को अलविदा कहा और अब गुरुवार को दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर का निधन हो गया.

    अमिताभ बच्चन ने ट्वीट कर दी जानकारी

    ऋषि कपूर के दोस्त, रिश्तेदार और सुपरस्टार अमिताभ बच्चन ने गुरुवार को ट्वीट कर ऋषि कपूर के निधन की जानकारी दी.

    बुधवार रात को ऋषि कपूर को सांस लेने में तकलीफ आई थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया. इस दौरान अस्पताल में ऋषि की पत्नी नीतू सिंह, भाई रणधीर कपूर समेत परिवार के अन्य लोग मौजूद थे.

    Rishi Kapoor

    लोग ट्विटर पर दे रहे हैं श्रद्धांजलि

    https://twitter.com/fairy__fk/status/1255740946492411911