Author: Sunita

  • रेसिपी: न्यूट्री कीमा कैसे बनाएं

    रेसिपी: न्यूट्री कीमा कैसे बनाएं

    सामग्री:

    न्यूट्रीला: 1 कप

    प्याज (बारीक़ कटा हुआ): 1

    लाल मिर्च पाउडर: 1/2 चम्मच

    हरी मिर्च (बारीक़ कटी हुई): 1

    टमाटर (बारीक़ कटा हुआ): 2

    नमक: स्वादानुसार

    हरा धनिया (बारीक़ कटा हुआ): 2 चम्मच

    ऑलिव आयल

     

    और भी स्वादिष्ट रेसिपी पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें: हिंदी रेसिपी

     

    विधि:

    सबसे पहले गर्म पानी में टूटे हुए न्यूट्रीला को कुछ देर के लिए भिगोएं. कुछ देर बाद इसे पानी से निचोड़ कर निकाल लें. इसके पाद एक पैन में ऑलिव आयल गर्म करें और प्याज को हल्का भूरा होने तक भूनें. इसमें लाल मिर्च पेस्ट, हरी मिर्च और नमक डालें. थोड़ी देर बाद टमाटर भी मिला लें. मसालों को ढककर कुछ देर पकाएं. न्यूट्रीला और हरा धनिया डालकर चलते हुए पकाएं. इसमें आप मटर के अलावा गाजर आदि भी डाल सकते हैं.

    साभार: मोनिका पाबा

  • रेसिपी – कैसे बनाएं स्वादिष्ट पिंडी छोले

    रेसिपी – कैसे बनाएं स्वादिष्ट पिंडी छोले

    सामग्री:

    काबुली चना (भिगोया हुआ): 1 कप

    चना दाल (भिगोई हुई): 2 चम्मच

    बड़ी इलायची: 2

    दालचीनी: 1 इंच

    बेकिंग सोडा: 2 चम्मच

    चाय पत्ती: 2 चम्मच

    प्याज ( कद्दूकस किया): 1/2 कप

    अनारदाना पाउडर: डेढ़ चम्मच

    अदरक पेस्ट: 1 चम्मच

    हरी मिर्च ( बारीक कटी): 1 चम्मच

    धनिया पाउडर: 1 चम्मच

    पंजाबी गरम मसाला: 1 चम्मच

    मिर्च पाउडर: 1/2 चम्मच

    ताज़ा टोमेटो प्यूरी: 3/4 कप

    छोले मसाले: 2 चम्मच

    तेल: 4 चम्मच

    नमक: स्वादानुसार

    सजाने के लिए प्याज के रिंग और पुदीने की पत्तिया.

    और बहुत सारी किचेन रेसिपी पढ़ने के लिए क्लिक करें: Amazing Recipses in Hindi

    कैसे बनाये:

    काबुली चने को धोकर रात में फूलने के लिए भिगो दें. दूसरे दिन इलायची, दालचीनी और चाय पट्टी को एक कॉटन के कपडे में लेकर पोटली बना लें. प्रेशर कुकर में काबुली चना, चना दाल, दालचीनी की पोटली, सोडा, नमक और लगभग ढाई कप पानी डालकर दो सिटी आने तक पकाएं. उबलने के बाद पोटली निकाल लें.

    एक कढ़ाई में तेल गर्म करें. प्याज को सुनहरा होने तक भुने. इसमें अनारदाना पाउडर, अदरक पेस्ट, हरी मिर्च, धनिया पाउडर, पंजाबी गरम मसाला और मिर्च पाउडर को कुछ देर चलाते हुए भूनें. मसाले जब भुन जाएँ तो इसमें टोमेटो प्यूरी, नामक डाल कुछ देर पकाएं. इस मिश्रण से जब तेल छोड़ने लगे तो उबले हुए चने को डालें और साथ ही थोड़ा छोले मसाला डालें. जब पानी सूख jaaye, छोले को चूल्हे से उतार लें. प्याज के रिंग और पुदीने की पत्तियों से सजा कर सर्व करें.
    साभार: तरला दलाल


  • रेसिपी: फालूदा- रसभरी बाइट्स

    रेसिपी: फालूदा- रसभरी बाइट्स

    सामग्री:

    दूध: 1/2 लीटर

    चीनी: 1/2 कप

    कॉर्न फ्लोर: 1 छोटा चम्मच

    सेवइयां: 1 बड़ा चम्मच

    रसभरी: 1/2 कप

    बादाम, पिस्ता: 2 छोटा चम्मच

    पीला रंग (खाने वाला ): 2 बूँद

    कैसे बनाये:

    फालूदा बनाने के लिए सेवइयां भूनकर २ कप उबलते पानी में डालकर पकाएं. गल जाने पर छलनी में डालकर ठंडा पानी डालें. कॉर्नफ्लोर को आधा कप दूध में घोलें. दूध को पकाएं और कॉर्नफ्लोर का घोल डालें. गाढ़ा होने पर चीनी मिलाएं और ठंडा होने दें. रसभरी को पीसकर ठन्डे दूध में मिलाएं. पीला रंग और बादाम भी डालें.

    सांचों में भरकर जमने के लिए फ्रीजर में रख दें. जम जाने पर सांचों से निकालें. टुकड़ों में काटकर पिस्ता बुरकें.

    फालूदा डालकर सर्व करें.


    साभार: वीणा गुप्ता

  • पांच गुना महंगा हुआ ताजमहल का दीदार, गुंबद में जाने का अलग चार्ज, ये होंगी नई दरें

    पांच गुना महंगा हुआ ताजमहल का दीदार, गुंबद में जाने का अलग चार्ज, ये होंगी नई दरें

    विश्व के सात आश्चर्यों में शुमार ताजमहल की एंट्री फीस बढ़ा दी गई है। वहीं अब गुंबद के अंदर जाने के लिए भी अलग से शुल्क भुगतान करना होगा।

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  • रेसिपी: कॉर्न समोसा

    रेसिपी: कॉर्न समोसा

    सामग्री:

    मक्का(उबले): 1 कप

    मैदा: 2 कप

    पनीर(कद्दूकस किया): 200 ग्राम

    चाट मसाला: आधा चम्मच

    लाल मिर्च पाउडर: आवश्यक्तानुसार

    अदरक-हरी मिर्च पेस्ट: 1 छोटा चम्मच

    नमक: स्वादानुसार

    कटा धनिया पत्ता: इच्छानुसार

    दो छोटा चम्मच घी: मोयन के लिए

    तेल: तलने के लिए

     

    बनाने की विधि:

     

    सबसे पहले मैदे को छान कर नमक और घी मिलाकर पानी से गूंथ ले. अब एक कढ़ाई में तेल गरम करके मक्का, नमक और लाल मिर्च पाउडर डालकर भूने. फिर पनीर, चाट मसाला, अदरक, हरी मिर्च का पेस्ट, धनिया पत्ता इसमें मिक्स कर भरावन तैयार करें. गुंथे हुए मैदे की छोटी-छोटी लोई ले कर बेलें और समोसे का आकार देकर भरावन वाली सामग्री को अंदाज से भर कर बंद कर दें जब सारे समोसे तैयार हो जाए तो इसे तेल में सुनहरा तल लें. मीठी या हरी चटनी के साथ सर्व करें.

     

    साभार: कमला गुप्ता

  • विनती – एक छोटी सी हास्य कविता रमा तिवारी की

    विनती – एक छोटी सी हास्य कविता रमा तिवारी की

    मोहन पेपर देकर आया,

    मंदिर में जाकर विनती की:

    हे भगवान, बना पेरिस को

    शीघ्र राजधानी इटली की

    (more…)

  • कैलास मानसरोवर के इन 7 रहस्यों को कोई जान नहीं पाया, कौन बजाता है यहां मृदंग

    कैलास मानसरोवर के इन 7 रहस्यों को कोई जान नहीं पाया, कौन बजाता है यहां मृदंग

    दुनिया के सबसे ऊंचे शिवधाम कैलास मानसरोवर (Kailash Mansarovar) की यात्रा इन दिनों कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कर रहे हैं और इन्होंने अपनी इस यात्रा को लेकर ट्वीट किया है और बताया है कि कैलास आने का सौभाग्य उसे ही मिलता है जिसे कैलास बुलाते हैं। राहुल गांधी ने यहां स्थित मानसरोवर झील के बारे में लिखा है कि; मानसरोवर झील का पानी बेहद शांत, स्थिर और कोमल है। यह झील सबकुछ देती है और कुछ नहीं लेती। इसे कोई भी ग्रहण कर सकता है। यहां कोई घृणा नहीं है। इसलिए भारत में इस जल को पूजा जाता है। आइए जानें पुराणों में कैलास मानसरोवर झील के बारे में क्या कहा गया है और क्यों लोग जान जोखिम में डालकर यहां यात्रा करने आते हैं।

    Kailash Mansarovar Yatra

    पर्वतारोहियों ने दुनिया की सबसे ऊंची छोटी, माउन्ट एवरेस्ट को फतह कर लिया लेकिन आज तक कोई भी पर्वतारोही कैलाश पर्वत पर नहीं चढ़ सका है। ऐसी बहुत सी अनोखी बाते हैं कैलाश के बारे में:

     

    मृदंग की आती है आवाजें:

    Kailash Mansarovar Yatra

    कहा जाता है कि गर्मी के दिनों में जब मानसरोवर की बर्फ पिघलती है तो एक प्रकार की आवाज लगातार सुनाई देती है। श्रद्धालुओं का मानना है कि यह आवाज मृदंग की ध्वनि जैसी होती है। मान्यता यह भी है कि कोई व्यक्ति मानसरोवर में एक बार डुबकी लगा ले तो वह ‘रुद्रलोक’ को प्राप्त होता है।

     

    शक्तिपीठ के होते हैं दर्शन:

    Kailash Mansarovar Yatra

    इस स्थान की गिनती देवी के 51 शक्ति पीठों में भी होती है। माना जाता है कि देवी सती का दांया हाथ इसी स्थान पर गिरा था, जिससे यह झील तैयार हुई। इसलिए यहां एक पाषाण शिला को उसका रूप मानकर पूजा जाता है।

    Kailash Mansarovar Yatra

    ॐ की आवाज देती है सुनाई:

     

    मान्यता है कि मानसरोवर झील और राक्षस झील, ये दोनों झीलें सौर और चंद्र बल को प्रदर्शित करती हैं, जिसका संबंध सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा से है। जब आप इन्हें दक्षिण की तरफ से देखेंगे तो एक स्वास्तिक चिह्न बना हुआ दिखेगा। इस अलौकिक जगह पर प्रकाश तरंगों और ध्वनि तरंगों का समागम होता है, जो ‘ॐ’ जैसा सुनाई देता है।

    Kailash Mansarovar Yatra

    इसे महसूस कर सकते हैं:

     

    आपमानसरोवर में बहुत-सी खास बातें आपके आसपास होती रहती हैं, जिन्हें आप केवल महसूस कर सकते हैं। झील लगभग 320 किलोमीटर के क्षेत्र में फैली हुई है। इस झील के आस-पास सुबह के 2:30 से 3:45 बजे के बीच कई तरह की अलौकिक क्रियाओं को केवल महसूस किया जा सकता है, देखा नहीं जा सकता।

    Kailash Mansarovar Yatra

    गंगा में जाता है इसका पानी:

    Kailash Mansarovar Yatra

    मान्यता है कि इस सरोवर का जल आंतरिक स्रोतों के माध्यम से गंगा और ब्रह्मपुत्र नदी में जाता है। पुराणों के अनुसार, शंकर भगवान द्वारा प्रकट किए गए जल के वेग से जो झील बनी, उसी का नाम मानसरोवर हुआ था।

    Kailash Mansarovar Yatra

    क्षीर सागर से है इसका संबंध:

    Kailash Mansarovar Yatra

    मानसरोवर पहाड़ों से आते हुए रास्ते में एक झील है, पुराणों में इस झील का जिक्र ‘क्षीर सागर’ से किया गया है। क्षीर सागर कैलाश से 40 किमी की दूरी पर है। धार्मिक आस्था है कि विष्णु और माता लक्ष्मी इसी में शेष शैय्या पर विराजते हैं।

     

    Source: https://navbharattimes.indiatimes.com/astro/dharam-karam/religion-and-spiritualism/kailash-mansarovar-start-from-june-8-know-7-interesting-fact-of-mansarovar-yatra-30288/6/

  • भारत के 8 बेजोड़ गुरु, ऐसे चेले बनाए दुनिया हमेशा रखेगी याद

    भारत के 8 बेजोड़ गुरु, ऐसे चेले बनाए दुनिया हमेशा रखेगी याद

    भारतीय परंपरा में गुरु को गोविंद से बढ़कर आदर दिया गया है। इसकी वजह यह है कि गुरु अपने शिष्यों को सांचे में ढालकर एक ऐसा मनुष्य तैयार करने की क्षमता रखता है जो ईश्वर की बनाई सृष्टि को नई दिशा दे सकता है और अपनी अमर कीर्ति से इतिहास के पन्नों में अपना नाम अंकित कर सकता है। शिक्षक दिवस के अवसर पर हम आपको ऐसे ही कुछ गुरुओं की याद दिलाते हैं जिनके शिष्यों के नाम इतिहास के पन्नों में स्वर्णाक्षरों में अंकित हैं।

    शिव:

     

    सृष्टि में सबसे पहले गुरु भगवान शिव ही माने जाते हैं। इन्होंने पूरी दुनिया को नृत्य, व्याकरण और संगीत का ज्ञान दिया। इनके प्रमुख शिष्यों में शनि महाराज, परशुरामजी का नाम आता है। शनि महाराज नवग्रहों में दंडाधिकारी हैं और इनके न्याय से भगवान शिव भी नहीं बच पाए हैं। परशुरामजी ने भगवान शिव से ज्ञान प्राप्त करके गुरु शिष्य परंपरा को आगे चलाया। इनके कई शिष्यों के नाम इतिहास में अंकित हैं।

    वशिष्ठः

     

    भगवान राम ने अपने तीनों भाईयों के साथ इनसे ज्ञान प्राप्त किया था। इन्होंने भगवान राम को मर्यादा पुरुषोत्तम और अन्य भाईयों को धर्म की राह पर चलना सिखाया था।

    संदीपिनीः

     

    दुनिया को गीता का ज्ञान देने वाले भगवान श्रीकृष्ण को इन्होंने ज्ञान दिया था। इन्हीं के आश्रम में सुदामाजी और श्रीकृष्ण ने शिक्षा पाई थी। इन्ही के आश्रम में श्रीकृष्ण को परशुरामजी से सुदर्शन चक्र प्राप्त हुआ था।

    परशुरामः

     

    गुरु परंपरा में परशुरामजी का नाम बहुत ही आदर से लिया जाता है। इनके शिष्यों में ऐसे महायोद्धा हुए जिनसे देवता भी भयभीत रहते थे। महाभारत के महायुद्ध में इनके तीन शिष्यों भीष्म, द्रोणाचार्य और कर्ण ने भाग लिया था। ये तीनों ही कौरवों के प्रधान सेनापति हुए और छल द्वारा युद्ध में वीरगति को प्राप्त हुए।

    द्रोणाचार्यः

     

    महाभारत की कथा इनके बिना अधूरी है। इन्होंने परशुरामजी से प्राप्त ज्ञान को गुरु परंपरा के तहत आगे बढ़ाया। इनके प्रमुख शिष्यों में कौरव, पांडव और अश्वत्थामा का नाम आता है। अर्जुन इनका प्रिय शिष्य था।

    श्रीकृष्णः

     

    महाभारत का एक महायोद्धा जिसने महज 16 साल की उम्र में अकेले ही पूरी कौरव सेना के महायोद्धाओं से युद्ध किया और अपनी वीरता से सभी को हैरान कर दिया उस वीर का नाम अभिमन्यु था। इस योद्धा के गुरु इनके मामा भगवान श्रीकृष्ण थे। महाभारत के महायुद्ध का परिणाम कुछ और होता अगर यह योद्धा उस युद्ध में नहीं होता।चक्रव्यूह को तोड़ना अर्जुन, श्रीकृष्ण और अभिमन्यु के अलावा किसी और को नहीं आता था। द्रोणाचार्य चक्रव्यूह में फंसाकर युधिष्ठिर को बंदी बना लेना चाहते थे लेकिन अभिमन्यु ने द्रोणाचार्य की चाल को नाकाम बना दिया। जब अकेले इन्हें कोई परास्त नहीं कर पा रहा था तब सभी ने एक साथ मिलकर इन पर वार करना शुरू कर दिया और अंत में वीरगति को प्राप्त हुआ।

    गोविंद भगवत्पाद:

     

    आदिगुरु शंकराचार्य जिन्होंने चार धामों की स्थापना की उनके गुरु गोविंद भगवत्पादजी थे। शंकराचार्यजी ने इनसे ज्ञान प्राप्त करके अद्वैत सिद्धांत का प्रचार किया और अपने समकालीन सभी विद्वानों को शास्त्रार्थ में पराजित किया। वेदांतसूत्रों और उपनिषदों पर इनकी टिकाएं काफी प्रसिद्ध हैं।

    रामकृष्ण परमहंस:

     

    आधुनिक युग के प्रमुख संतों और दार्शनिकों में एक नाम आता है स्वामी विवेकानंदजी का जिन्होंने अपने सिद्धांत और ज्ञान से पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन कर दिखाया था। इनके गुरु थे रामकृष्ण परमहंस। इनके सानिध्य और ज्ञान से विवेकानंद जगत प्रसिद्ध हुए।

     

    Source: https://navbharattimes.indiatimes.com/astro/photo/teachers-day-special-teachers-in-mythology-47168/8/

  • ये हैं दुनिया की 8 आलीशान जेल, किसी होटल से कम नहीं

    ये हैं दुनिया की 8 आलीशान जेल, किसी होटल से कम नहीं

    Luxurious Jails or Hotels

    जेल का नाम लेते ही आपके सामने काली सलाखें, अंधेरा, खराब खाना जैसी चीजों का दृश्य आ जाता होगा. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया में कई ऐसी जेलें हैं जो किसी होटल से कम नहीं हैं. आइए जानते हैं दुनिया की सबसे आरामदायक और सुख-सुविधाओं से लैस जेलों के बारे में।

    Luxurious Jails or Hotels

    1-बैस्टोय जेल, नॉर्वे

    Luxurious Jails or Hotels

    -बोस्टोय द्वीप पर स्थित इस जेल में 100 से ज्यादा कैदी रहते हैं.

    इस जेल में कैदियों के लिए टेनिस, हॉर्सराइडिंग फिशिंग, सनबाथिंग, प्रिजन कॉम्प्लेक्स जैसी सुख-सुविधाएं मौजूद हैं.

    Luxurious Jails or Hotels

    बैस्टोय जेल, नॉर्वे को पहली इको-ह्यूमन प्रिजन बनाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं.

    Luxurious Jails or Hotels

    खेती करने के लिए फॉर्म और रहने के लिए कॉटेज, कई बार कैदी भूल ही जाते हैं कि वे जेल में हैं.

     

    2-एचएमपी एटिवेल, स्कॉटलैंड

    Luxurious Jails or Hotels

    – यहां लगभग 700 कैदी रहते हैं. कैदियों को एक सामान्य जनजीवन जीने में सक्षम बनाने और एक अच्छा इंसान बनाने के लिए पूरी कोशिश की जाती है.

     

    3-ओटैगो करेक्शन्स फैसिलिटी, न्यूजीलैंड

    Luxurious Jails or Hotels

    – इस जेल में सुरक्षा मानक कड़े हैं लेकिन कैदियों को सुख-सुविधाओं से लैस कमरे मिले हुए हैं.

    Luxurious Jails or Hotels

    न्यूजीलैंड की इस जेल में फार्मिंग, कुकिंग, लाइट इंजीनियरिंग जैसे कामों में दक्ष होने के लिए क्लासेज चलाई जाती है.

     

    4- अरेंजुएज प्रिजन, स्पेन

    Luxurious Jails or Hotels

    – इस जेल में कैदियों को उनके बच्चों के साथ रहने की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है.

     

    5-जस्टिस सेंटर लेबेन, ऑस्ट्रिया

    Luxurious Jails or Hotels

    – यह नॉन-वायलेंट अपराधियों के लिए है. जस्टिस सेंटर में हर कैदी को सिंगल सेल में रखा जाता है जिसमें प्राइवेट बाथरूम, किचेन औऱ टीवी भी उपलब्ध कराया जाता है. कैदियों के लिए जिम, बास्केटबाल कोर्ट भी मौजूद है.

     

    6- चैंप-डॉलन प्रिजन, स्विटजरलैंड

    Luxurious Jails or Hotels

    – कैदियों की भारी संख्या के लिए बदनाम रही कभी ये जेल आज कैदियों के लिए किसी अच्छे हॉस्टेल के कमरे से कम नहीं है.

     

    7- जेवीए फुइसबटेल प्रिजन, जर्मनी

    Luxurious Jails or Hotels

    – हैम्बर्ग की इस जेल में भी कैदियों को बेड, काउच, प्राइवेट शावर और टायलेट जैसी सुविधाएं मिली हुई हैं. कैदियों के लिए लॉन्ड्री की मशीन और कॉन्फ्रेंस रूम भी है.

     

    1. हैल्देन प्रिजन, नॉर्वे

    Luxurious Jails or Hotels

    – हैल्देन प्रिजन को ‘दुनिया की सबसे मानवीय जेल’ यूं ही नहीं कहा जाता है. यहां हर कैदी को प्राइवेसी है. कैदी टीवी शो, मूवी और वीडियो गेम्स एंजॉय करते हैं. जिम, म्यूजिक रिकॉर्डिंग फैसिलिटी समेत कई ऐसी सुविधाएं हैं जो शायद कई लोगों के लिए सपने से कम नहीं है.

     

    Image and Content Source: https://aajtak.intoday.in/gallery/most-luxirious-prison-of-the-world-tpra-3-25313.html

  • ख़ूबसूरती बढ़ाएं दूध से

    ख़ूबसूरती बढ़ाएं दूध से

    दूध सेहत के लिए जरूरी तो है ही, सुंदरता बढ़ाने में इसका कोई जवाब नहीं है. दूध को इस्तेमाल कर आप त्वचा को कोमल बना सकती हैं. आइये जानते हैं दूध से किस तरह त्वचा को निखारा जा सकता है.

    • रोज कच्चा दूध चेहरे पर लगाने से रंग निखरता है.
    • मृत त्वचा को हटाना हो तो खौलते हुए दूध में थोड़ा सा नमक मिलाएं. इस दूध को ठंडा करके चेहरे पर लगाएं.
    • त्वचा रूखी है तो दो चम्मच दूध की मलाई में एक चम्मच शहद मिलकर अपनी त्वचा पर लगाएं.
    • आधा चम्मच दूध में चुटकी भर हल्दी मिलकर चेहरे पर लगाएं, थोड़ी देर बाद धो ले. चेहरे पर निखार आ जाएगा.

    अगर मुंहासे हो:

    अगर आपकी त्वचा तैलीय है तो मुंहासे होने की काफी सम्भावना रहती है. आपको अपने चेहरे की साफ़ सफाई का खास ख्याल रखना चाहिए. मुंहासों को दूर करने के लिए लौंग और दूध का पेस्ट मुंहासों पर लगाएं और पुराने निशान हटाने के लिए नीम का चूर्ण, चन्दन पाउडर, मुल्तानी मिटटी सबको सामान मात्रा में मिलकर उसमे थोड़ी सी हल्दी मिलकर गाढ़ा पेस्ट बनाएं और चेहरे पर लगाएं. नहाने से पहले टमाटर का रास भी लगा सकते हैं.

    साभार: रूपायन, अमर उजाला