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  • कोविशील्ड की खुराकों के बीच अंतराल को लेकर विचार-विमर्श चल रहा है: अरोड़ा

    कोविशील्ड की खुराकों के बीच अंतराल को लेकर विचार-विमर्श चल रहा है: अरोड़ा

    नयी दिल्ली, 16 जून (भाषा) सरकार के राष्ट्रीय टीकाकरण तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) के कोविड-19 संबंधी कार्यसमूह के प्रमुख डॉ. एनके अरोड़ा ने कहा है कि आंशिक टीकाकरण तथा पूर्ण टीकाकरण की प्रभावशीलता के बारे में सामने आ रहे साक्ष्यों पर विचार किया जा रहा है और यह मंथन भी चल रहा है कि क्या भारत को कोविड-19 रोधी टीके कोविशील्ड की दोनों खुराकों के बीच अंतराल को घटाकर फिर से चार से आठ हफ्ते कर देना चाहिए।

    कोविशील्ड की दोनों खुराकों के बीच अंतराल

    अरोड़ा ने कहा कि कोविशील्ड की दो खुराकों के बीच अंतराल को 4-6 हफ्ते से बढ़ाकर 12-16 हफ्ते करने का फैसला वैज्ञानिक आधार पर लिया गया था और इस बारे में एनटीएजीआई के सदस्यों के बीच कोई मतभेद नहीं थे।

    उन्होंने कहा, ‘‘कोविड-19 और टीकाकरण परिवर्तनशील हैं। कल को यदि टीका निर्माण तकनीक (वैक्सीन प्लेटफॉर्म) में कहा जाता है कि टीके की खुराकों के बीच अंतराल कम करना लोगों के लिए फायदेमंद है चाहे इससे महज पांच या दस फीसदी ही अधिक लाभ मिल रहा हो तो समिति गुण-दोष के आधार तथा ज्ञान के बूते पर इस बारे में फैसला लेगी। वहीं दूसरी ओर, यदि ऐसा पता चलता है कि वर्तमान फैसला सही है तो हम इसे जारी रखेंगे।’’

    खुराकों के बीच अंतराल कम करना

    स्वास्थ्य मंत्रालय के वक्तव्य के मुताबिक अरोड़ा ने डीडी न्यूज को बताया कि टीके की खुराकों के बीच अंतर बढ़ाने का आधार ‘‘एडेनोवेक्टर टीकों’’ से जुड़े बुनियादी वैज्ञानिक कारण थे।

    अप्रैल माह के अंतिम हफ्ते में ब्रिटेन के स्वास्थ्य विभाग की एजेंसी ‘पब्लिक हैल्थ इंग्लैंड’ ने आंकड़े जारी कर बताया था कि टीके की खुराक के बीच 12 हफ्ते का अंतराल होने पर इसकी प्रभावशीलता 65 से 88 फीसदी के बीच रहती है।

    खुराकों के बीच अंतराल बढ़ा

    अरोड़ा ने कहा, ‘‘इसी वजह से वे अल्फा स्वरूप के प्रकोप से बाहर आ सके। वहां टीके की खुराकों के बीच अंतर 12 हफ्ते रखा गया था। हमारा सोचना था कि यह एक अच्छा विचार है और इस बात के बुनियादी वैज्ञानिक कारण भी मौजूद हैं कि अंतराल बढ़ाने पर एडेनोवेक्टर टीके बेहतर परिणाम देते हैं। इसलिए टीके की खुराकों के बीच अंतराल बढ़ाकर 12 से 16 हफ्ते करने का 13 मई को फैसला लिया गया।

    उन्होंने कहा कि कोविशील्ड टीके की दो खुराकों के बीच अंतराल को बढ़ाने का निर्णय वैज्ञानिक प्रमाणों के आधार पर पारदर्शी तरीके से लिया गया है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में समूह के सदस्यों के बीच कोई मतभेद नहीं था।

    सरकार ने 13 मई को कहा था कि उसने कोविड-19 कार्यकारी समूह की अनुशंसाओं को स्वीकार करते हुए कोविशील्ड टीके की दो खुराकों के बीच के अंतराल को 6-8 सप्ताह से बढ़ाकर 12-16 सप्ताह कर दिया है।

    बयान के मुताबिक अरोड़ा ने कहा कि कनाडा, श्रीलंका और कुछ अन्य देशों के उदाहरण भी हैं जहां एस्ट्राजेनेका टीके के लिए 12 से 16 हफ्ते का अंतराल रखा गया है।

    उन्होंने बताया, ‘‘खुराकों के बीच अंतर बढ़ाने का जब हमने फैसला लिया उसके दो से तीन दिन बाद ब्रिटेन से खबरें आईं कि एस्ट्राजेनेका टीके की एक खुराक से महज 33 फीसदी बचाव ही होता है जबकि दो खुराकों से 60 फीसदी तक बचाव होता है। मई माह के मध्य से ही यह विचार विमर्श चल रहा है कि क्या भारत को खुराकों के बीच अंतराल फिर से चार से आठ हफ्ते कर देना चाहिए।’’

    आंशिक टीकाकरण की पूर्ण टीकाकरण से तुलना

    उन्होंने पीजीआई चंडीगढ़ में हुए एक अध्ययन का जिक्र किया जिसमें आंशिक टीकाकरण की पूर्ण टीकाकरण से तुलना की गई। इस अध्ययन में स्पष्ट रूप से बताया गया कि आंशिक टीकाकरण और पूर्ण टीकाकरण दोनों की प्रभावशीलता 75 फीसदी है। यह अध्ययन अल्फा स्वरूप के संबंध में किया गया था जो पंजाब, उत्तर भारत और दिल्ली में पाया गया था।

    अरोड़ा ने बताया कि सीएमसी वेल्लोर में हुए अध्ययन के परिणाम भी इसके समान ही हैं जिसमें बताया गया कि कोविशील्ड के आंशिक टीकाकरण से 61 फीसदी तक बचाव हो सकता है और दो खुराकों से 65 फीसदी तक बचाव होता है।

    पीटीआई-भाषा संवाददाता

    डिसक्लेमर: यह आर्टिकल भाषा पीटीआई न्यूज फीड से सीधे प्रकाशित किया गया है.

     

  • आज देश भर में कोरोना के खिलाफ एक अनोखा ‘जन आंदोलन’ शुरू करेंगे पीएम मोदी

    आज देश भर में कोरोना के खिलाफ एक अनोखा ‘जन आंदोलन’ शुरू करेंगे पीएम मोदी

    कोरोना के खिलाफ एक अनोखा ‘जन आंदोलन’

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी त्योहारों, ठंड के मौसम और अर्थव्यवस्था की स्थिति को ध्यान में रखते हुए और कोरोना के खिलाफ बचाव के सारे उपायों का पालन करते हुए देश को कैसे आगे बढ़ाया जाए, इस बारे में गुरुवार से एक जन आंदोलन की शुरुआत करेंगे। सूचना और प्रसारण मंत्रालय की आरे से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि प्रधानमंत्री मोदी एक ट्वीट के जरिए इस अभियान की शुरुआत करेंगे।

    सार्वजनिक स्थानों पर जागरूकता बढ़ाने का अभियान

    केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना से बचाव का एकमात्र हथियार मास्क पहनना, सामाजिक दूरी का पालन करना और हाथ धोना है। उन्होंने कहा कि इसी सिद्धांत का पालन करते हुए सार्वजनिक स्थानों पर इन उपायों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के अभियान को शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा, कोरोना काल में डरने की नहीं, सावधानी की आवश्यकता है। यह संदेश जन जन तक पहुंचाने के लिए जनचेतना की मुहिम चलाई जाएगी। दवा और वैक्सीन के बिना मास्क, दो गज की सुरक्षित दूरी, हाथ धोना ही सुरक्षा कवच हैं।

    ठंड के दिनों में क्या सावधानी बरतें इसकी देंगे जानकारी

    उन्होंने कहा कि जनचेतना की मुहिम के लिए लोगों के संपर्क के सभी ठिकानों पर बैनर पोस्टर लगेंगे। जावड़ेकर ने कहा कि ठंड के दिन आ रहे हैं और ठंड के दिनों में लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए और कल से इसके बारे में एक जन आंदोलन शुरू होगा।

    सर्दियों में कोरोना से कैसे बचें

    उन्होंने कहा, लोगों के संपर्क के सभी ठिकानों पर बैनर, पोस्टर और स्टीकर लगेंगे। चाहे हो हवाई अड्डा हो या बस अड्डा। ऑटो रिक्शा हो या मेट्रो या फिर पेट्रोल पंप। स्कूल-कॉलेज, आंगनबाड़ी हो बाजार या फिर पुलिस स्टेशन। जहां भी लोग काम के लिए जाते हैं, ऐसे सभी जगह स्थानों पर एक जन चेतना की मुहिम चलेगी।

    देश में कोरोना के 67 लाख से अधिक मामले

    बता दें कि भारत में कोविड-19 के मरीजों की संख्या बुधवार को 72,049 नये मामलों के साथ 67.57 लाख हो गई जबकि अभी तक 57 लाख 44 हजार 693 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। इससे ठीक होने की राष्ट्रीय औसत दर 85.02 फीसदी हो गई है।

    Source: Navbharat Times

  • भारत में कोविड-19 के सर्वाधिक 95,735 नए मामले आए सामने, 1,172 और लोगों की मौत

    भारत में कोविड-19 के सर्वाधिक 95,735 नए मामले आए सामने, 1,172 और लोगों की मौत

    Covid-19 Update

    भारत में एक दिन में कोविड-19 के सर्वाधिक 95,735 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़कर बृहस्पतिवार को 44 लाख के पार हो गए। वहीं 1,172 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 75,062 हो गई।

    केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि बृहस्पतिवार तक 34,71,783 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।

    मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार देश में कोविड-19 के कुल 44,65,863 मामले सामने आ चुके हैं।

    उसके अनुसार मृत्यु दर गिरकर 1.68 प्रतिशत हो गई और मरीजों के ठीक होने की दर 77.74 प्रतिशत है।

    आंकड़ों के अनुसार देश में अभी 9,19,018 मरीजों का कोरोना वायरस का इलाज जारी है, जो कुल मामलों का 20.58 प्रतिशत है।

    भारत में कोविड-19 मरीजों की संख्या सात अगस्त को 20 लाख के पार हो गई थी। यह 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख के पार पहुंच गई थी।

    भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार देश में नौ सितम्बर तक 5,29,34,433 नमूनों की कोविड-19 के लिए जांच की गई है, जिनमें से 11,29,756 नमूनों की जांच बुधवार को ही की गई।

    डिस्क्लेमर– यह आर्टिकल PTI न्यूज फीड से सीधे प्रकाशित किया गया है.

  • कोरोना अपडेट: भारत में कोविड-19 के एक दिन में रिकॉर्ड 49,310 मामले सामने आए, कुल मामले हुए 13 लाख के करीब

    कोरोना अपडेट: भारत में कोविड-19 के एक दिन में रिकॉर्ड 49,310 मामले सामने आए, कुल मामले हुए 13 लाख के करीब

    भारत में कोविड-19 के एक दिन में रिकॉर्ड 49,310 मामले सामने आने के साथ ही संक्रमण के कुल मामले शुक्रवार को बढकर 12,87,945 पर पहुंच गए जबकि 8,17,208 लोग इस बीमारी से उबर चुके हैं।

    केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक जारी आंकड़ों के अनुसार 24 घंटे में इस महामारी से 740 और लोगों की मौत से मृतकों की संख्या बढ़कर 30,601 हो गई है।

    देश में अब भी 4,40,135 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं।

    अभी तक 63.45 प्रतिशत लोग स्वस्थ हो चुके हैं। संक्रमण के कुल मामलों में विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।

    बीते 24 घंटों में जिन 740 मरीजों की मौत हुई है उनमें से 298 की महाराष्ट्र, 97 की कर्नाटक, 88 की तमिलनाडु, 61 की आंध्र प्रदेश, 34 की पश्चिम बंगाल, 28 की गुजरात, 26-26 की उत्तर प्रदेश और दिल्ली, 11 की राजस्थान, 10 की मध्य प्रदेश और नौ-नौ मरीजों की मौत जम्मू कश्मीर और तेलंगाना में हुई।

    पंजाब में आठ लोगों की मौत हुई जबकि असम, ओडिशा और हरियाणा में छह-छह, केरल में पांच, उत्तराखंड, झारखंड और पुडुचेरी में तीन-तीन जबकि छत्तीसगढ़, त्रिपुरा और गोवा में एक-एक शख्स की जान गई।

    आईसीएमआर के अनुसार 23 जुलाई तक कुल 1,54,28,170 नमूनों की जांच की गई जिनमें से 3,52,801 नमूनों की जांच बृहस्पतिवार को की गई।

    अभी तक इस महामारी से मरने वाले कुल 30,601 लोगों में से सबसे अधिक 12,854 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई है। इसके बाद दिल्ली में 3,745, तमिलनाडु में 3,232, गुजरात में 2,252, कर्नाटक में 1,616, उत्तर प्रदेश में 1,289, पश्चिम बंगाल में 1,255, आंध्र प्रदेश में 884 और मध्य प्रदेश में 780 लोगों की मौत हुई।

    राजस्थान में कोविड-19 से अब तक 594, तेलंगाना में 447, हरियाणा में 378, जम्मू कश्मीर में 282, पंजाब में 277, बिहार में 217, ओडिशा में 114, असम में 70, झारखंड में 67, उत्तराखंड में 60 और केरल में 50 मरीजों की जान गई।

    पुडुचेरी में 34, छत्तीसगढ़ में 30, गोवा में 29, चंडीगढ़ में 13, हिमाचल प्रदेश में 11, त्रिपुरा में 10, मेघालय में चार, अरुणाचल प्रदेश में तीन, दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव तथा लद्दाख में दो-दो लोगों की मौत हुई।

    स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मरने वालों में 70 प्रतिशत से अधिक को पहले से अन्य बीमारियां भी थी।

    संक्रमण के सबसे अधिक 3,47,502 मामले महाराष्ट्र में सामने आए। इसके बाद तमिलनाडु में 1,92,964, दिल्ली में 1,27,364, कर्नाटक में 80,863, आंध्र प्रदेश में 72,711, उत्तर प्रदेश में 58,104, गुजरात में 52,477 और पश्चिम बंगाल में 51,757 मामले सामने आए।

    तेलंगाना में कोविड-19 के मरीजों की संख्या बढ़कर 50,826, राजस्थान में 33,220, बिहार में 31,980, हरियाणा में 28,975, असम में 28,791 और मध्य प्रदेश में 25,474 हो गई।

    ओडिशा में 21,099, जम्मू कश्मीर में 16,429, केरल में 16,110 जबकि पंजाब में 11,739 लोग संक्रमित पाए गए।

    झारखंड में संक्रमण के 6,975, छत्तीसगढ़ में 6,254, उत्तराखंड में 5,445, गोवा में 4,350, त्रिपुरा में 3,656, पुडुचेरी में 2,420, मणिपुर में 2,115, हिमाचल प्रदेश में 1,834 और लद्दाख में 1,210 मामले सामने आए।

    नगालैंड में 1,174, अरुणाचल प्रदेश में 991, चंडीगढ़ में 800 और दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव में 770 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए।

    मेघालय में महामारी के 534, सिक्किम में 460, मिजोरम में 332 जबकि अंडमान और निकोबार में 240 मामले सामने आए।

    मंत्रालय ने कहा, ‘‘हमारे आंकड़ों का आईसीएमआर के आंकड़ों से मिलान किया जा रहा है।’’

    डिस्क्लेमर-यह आर्टिकल PTI न्यूज फीड से सीधे प्रकाशित किया गया है.

  • कोरोना अपडेट: भारत में कोविड-19 के मामले बढ़कर 7,42,417 हुए

    कोरोना अपडेट: भारत में कोविड-19 के मामले बढ़कर 7,42,417 हुए

    नयी दिल्ली, आठ जुलाई (भाषा) देश में कोविड-19 के 22,752 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर बुधवार को 7,42,417 हो गयी जबकि इस संक्रमण से 482 और लोगों की मौत के साथ ही मृतक संख्या बढ़कर 20,642 हो गई।

    केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सुबह आठ बजे अद्यतन किए गए आंकड़ों के अनुसार देश में अभी तक कोविड-19 के 4,56,830 मरीज ठीक हो चुके हैं और 2,64,944 लोगों का इलाज जारी है।

    अधिकारी ने कहा, ‘‘ मरीजों के ठीक होने की दर करीब 61.53 प्रतिशत है।’’

    केाविड-19 के कुल पुष्ट मामलों में विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।

    देश में लगातार छठे दिन 20,000 से अधिक मामले सामने आए हैं।

    आईसीएमआर के मुताबिक सात जुलाई तक देश में 1,04,73,771 नमूनों की जांच की गई, जिनमें से 2, 62, 679 लोगों की जांच मंगलवार को ही की गई।

    आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में जिन 482 लोगों की जान गई है, उनमें से सबसे अधिक 224 लोग महाराष्ट्र के हैं। इसके बाद तमिलनाडु के 65, दिल्ली के 50, पश्चिम बंगाल के 25, उत्तर प्रदेश के 18, गुजरात के 17, कर्नाटक के 15, आंध्र प्रदेश के 13, राजस्थान के 11, बिहार तथा तेलंगाना के सात-सात, पंजाब के छह, जम्मू-कश्मीर तथा मध्य प्रदेश के पांच-पांच, ओडिशा के चार, हरियाणा के तीन, झारखंड तथा पुडुचेरी के दो-दो और चंडीगढ़, गोवा तथा उत्तराखंड के एक-एक व्यक्ति हैं।

    कोविड-19 से अभी तक 20,642 मरीजों की मौत के मामलों में महाराष्ट्र में सबसे अधिक 9,250 लोगों ने जान गंवाई है। इसके बाद दिल्ली में 3,165, गुजरात में 1,977, तमिलनाडु में 1,636, उत्तर प्रदेश में 827, पश्चिम बंगाल में 804, मध्य प्रदेश में 622, राजस्थान में 472, कर्नाटक में 416 और तेलंगाना में 313 लोगों की मौत हुई।

    हरियाणा में कोविड-19 के 279, आंध्र प्रदेश में 252, पंजाब में 175, जम्मू कश्मीर में 143, बिहार में 104, उत्तराखंड में 43, ओडिशा में 42 और केरल में 27 लोगों ने जान गंवाई।

    स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार महामारी से झारखंड में 22, छत्तीसगढ़, असम तथा पुडुचेरी में 14-14, हिमाचल प्रदेश में 11, गोवा में आठ, चंडीगढ़ में सात, अरुणाचल प्रदेश में दो और मेघालय, त्रिपुरा, लद्दाख में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई।

    उसने बताया कि जान गंवाने वाले 70 प्रतिशत लोगों को पहले से ही कोई बीमारी थी।

    मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार महाराष्ट्र में संक्रमण के सबसे अधिक 2,17,121 मामले सामने आए हैं। इसके बाद तमिलनाडु में 1,18,594, दिल्ली में 1,02,831, गुजरात में 37, 550, उत्तर प्रदेश में 29,968, तेलंगाना में 27,612 और कर्नाटक में 26,815, मामले सामने आए हैं।

    पश्चिम बंगाल में 23,837 , राजस्थान में 21,404 , आंध्र प्रदेश में 21,197, हरियाणा में 17,999 और मध्य प्रदेश में 15,627 लोग संक्रमित पाए गए हैं।

    बिहार में संक्रमण के मामले बढ़कर 12,570 , असम में 12,522, ओडिशा में 10,097, जम्मू-कश्मीर में 8,931 हो गए। पंजाब में अब तक संक्रमण के 6,749 जबकि केरल में 5,894 मामले सामने आए हैं।

    छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस संक्रमण के 3,415 ,उत्तराखंड में 3,230 , झारखंड में 2,996, गोवा में 1,903 , त्रिपुरा में 1,704, मणिपुर में 1,430, हिमाचल प्रदेश में 1,083 और लद्दाख में 1,041 मरीज हैं।

    पुडुचेरी में संक्रमण के 930, नगालैंड में 625, चंडीगढ़ में 494 तथा दादरा नगर हवेली तथा दमन और दीव में 405 मामले सामने आए हैं।

    अरुणाचल प्रदेश में 276, मिजोरम में 197, अंडमान-निकोबार द्वीप में 147, सिक्किम में 125 जबकि मेघालय में 80 लोग संक्रमित मिले हैं।

    मंत्रालय ने कहा, ‘‘हमारे आंकड़ों का आईसीएमआर (भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद) के आंकड़ों से मिलान किया जा रहा है।’’

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  • निजामुद्दीन मरकज के ‘छुपे’ जमातियों पर 10 हजार का इनाम घोषित

    निजामुद्दीन मरकज के ‘छुपे’ जमातियों पर 10 हजार का इनाम घोषित

    कानपुर (उप्र), 20 अप्रैल (भाषा) कानपुर में पिछले तीन दिनों के दौरान कोविड-19 संक्रमण के 60 से ज्यादा मामले सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने तबलीगी जमात के ‘छुपे’ हुए सदस्यों के बारे में सूचना देने वाले को 10 हजार रुपये नकद इनाम का एलान किया है।

    कानपुर के पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने ‘छुपे’ बैठे तबलीगी जमातियों के बारे में सूचना देने वाले को 10 हजार रुपये इनाम का एलान किया है। यह फैसला जिले में पिछले तीन दिन के दौरान कोविड-19 संक्रमण के 60 से ज्यादा मामले सामने आने के बाद लिया गया है।

    अग्रवाल ने सोमवार को बताया कि तबलीगी जमात के कार्यक्रमों में शामिल होने के बावजूद कुछ जमाती अब भी छुपे हुए हैं। हमने उनसे बार—बार अपील की है कि वे आगे आयें और प्रशासन को अपनी विदेश यात्राओं, तबलीगी जमात कार्यक्रमों में अपनी मौजूदगी, खुद में कोरोना वायरस के लक्षणों वगैरह के बारे में बताएं। क्योंकि यह न सिर्फ उनकी जान का बल्कि खुद से जुड़े अन्य लोगों की जान का भी सवाल है।

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    उन्होंने कहा कि अगर जमाती खुद प्रशासन के सामने आते हैं तो उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। मगर यदि किसी अन्य स्रोत से उनके बारे में जानकारी मिली तो सख्त कार्रवाई होगी।

    पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि कानपुर में पिछले तीन दिनों के दौरान कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोत्तरी हुई है और संक्रमित व्यक्तियों की कुल तादाद 70 हो गयी है। लगभग सभी मामले या तो जमातियों के हैं, या फिर उनके सम्पर्क में आये लोगों के हैं।

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