लता मंगेशकर के निधन पर शोक की लहर, विभिन्न हस्तियों ने दी श्रद्धांजलि

Lata Mangeshkar

नयी दिल्ली, छह फरवरी (भाषा) राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम. वैंकेया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित विभिन्न हस्तियों ने रविवार को महान गायिका लता मंगेशकर के निधन पर शोक प्रकट किया।

मंगेशकर का रविवार को मुंबई स्थित एक अस्पताल में निधन हो गया। 92 वर्षीय गायिका कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई थीं और उन्हें बीमारी के मामूली लक्षण थे। उन्हें आठ जनवरी को ब्रीच कैंडी अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टर प्रतीत समदानी और उनकी टीम उनका इलाज कर रही थी।

जनवरी में मंगेशकर की तबीयत में सुधार हुआ था और वेंटिलेटर हटा दिया गया था लेकिन शनिवार को उनकी तबीयत बिगड़ गई। मंगेशकर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था, जिसके बाद रविवार को उनका निधन हो गया।

राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त किया।

राष्ट्रपति कोविंद ने पार्श्व गायिका के साथ एक तस्वीर ट्विटर पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘लता जी का निधन मेरे लिए और दुनिया भर के लाखों लोगों के लिए हृदयविदारक है। उनके गाए गीत भारत के सारतत्व और सुंदरता को प्रदर्शित करते हैं तथा पीढ़ियों ने इन्हें अपने अंतर्मन की अभिव्यक्ति के रूप में पाया है। भारत रत्न लता जी की उपलब्धियां अतुलनीय हैं।’

कोविंद ने उनसे मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा कि लता दीदी एक विलक्षण व्यक्तित्व थीं और उनके जैसे कलाकार सदियों में एक बार ही जन्म लेते हैं। उन्होंने कहा कि वह जब भी लता दीदी से मिले, उन्हें गर्मजोशी से भरा पाया।

प्रधानमंत्री मोदी ने भी मंगेशकर के साथ एक तस्वीर साझा की और कहा कि महान गायिका के निधन से ‘एक खालीपन पैदा हो गया है, जिसे भरा नहीं जा सकता।’

मोदी ने कहा, ‘‘लता दीदी ने अपने गीतों के जरिए विभिन्न भावनाओं को व्यक्त किया। उन्होंने दशकों से भारतीय फिल्म जगत में आए बदलावों को नजदीक से देखा। फिल्मों से परे, वह भारत के विकास के लिए हमेशा उत्साही रहीं। वह हमेशा एक मजबूत और विकसित भारत देखना चाहती थीं।’’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मैं अपना दुख शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता। दयालु और सबकी परवाह करने वाली लता दीदी हमें छोड़कर चली गईं। उनके निधन से देश में एक खालीपन पैदा गया है, जिसे भरा नहीं जा सकता। भावी पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति की पुरोधा के रूप में याद रखेंगी, जिनकी सुरीली आवाज में लोगों को मोहित करने की अद्वितीय क्षमता थी।’’

मोदी ने कहा, ‘‘यह मेरे लिए सम्मान की बात है कि मुझे लता दीदी से हमेशा बहुत स्नेह मिला। मैं उनके साथ की गई बातों को हमेशा याद रखूंगा। मैं और देशवासी लता दीदी के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं। मैंने उनके परिवार से बात की और अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। ओम शांति।’’

उपराष्ट्रपति सचिवालय ने नायडू के हवाले से ट्वीट किया, ‘‘ भारतीय सिनेमा की सुर सम्राज्ञी लता मंगेशकर जी का निधन देश की और संगीत जगत की अपूरणीय क्षति है।’’

नायडू ने कहा, ‘‘ लता जी के निधन से आज भारत ने अपना वह स्वर खो दिया है जिसने हर अवसर पर राष्ट्र की भावना को भावपूर्ण अभिव्यक्ति दी।’’

उपराष्ट्रपति ने कहा कि उनके गीतों में देश की आशा और अभिलाषा झलकती थी। उन्होंने कहा कि लता जी का मधुर स्वर दशकों तक देश में फिल्म संगीत की पहचान रहा।

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शोक प्रकट करते हुए ट्वीट किया, ‘‘ देश की शान और संगीत जगत की सिरमौर स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर जी का निधन बहुत ही दुखद है। पुण्यात्मा को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि।’’

फिल्म जगत से अभिनेता अमिताभ बच्चन, अभिनेत्री शबाना आज़मी, अभिनेता अक्षय कुमार, अजय देवगन और फिल्म निर्माता हंसल मेहता ने गायिका को श्रद्धांजलि दी।

बच्चन ने कहा, ‘‘वह हमें छोड़कर चली गईं…सदियों की सबसे बेहतरीन आवाज खामोश हो गई…।’’

वहीं, आजमी ने कहा, ‘‘उनकी आवाज ने हमारे जीवन को रोशन कर दिया, जब हम उदास होते हैं तो हमें उससे सांत्वना मिलती है, जब हम कमजोर होते हैं तो ताकत मिलती है।’’

कुमार ने ट्वीट किया, ‘मेरी आवाज ही पहचान है, गर याद रहे… और ऐसी आवाज को कोई कैसे भूल सकता है। लता मंगेशकर जी के निधन से गहरा दुख हुआ, मेरी संवेदना और प्रार्थनाएं।’

देवगन ने लिखा, ‘एक महान हस्ती। मैं हमेशा उनके गीतों की विरासत को संजोकर रखूंगा। हम कितने भाग्यशाली हैं कि हम लता जी के गाने सुनकर बड़े हुए। ओम शांति। मंगेशकर परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।’

मेहता ने कहा कि भारतीय कोकिला की संगति में ‘स्वर्ग भी धन्य हो गया है।’

उन्होंने ट्वीट किया, ‘कोकिला चली गई है। स्वर्ग धन्य हो गया है। लता जी जैसा कोई दूजा नहीं होगा। ओम शांति।’

क्रिकेट कमेंटेटर हर्षा भोगले ने कहा, ‘महानतम भारतीयों में से एक शख्सियत ने आज हमें अलविदा कह दिया।’

बायोकॉन की अध्यक्ष किरण मजूमदार शॉ ने भी ट्वीट कर संवेदना व्यक्त की।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘उनके निधन से हमारे जीवन में खामोशी सी पैदा हो गई है। ओम शांति।’

स्वर सम्राज्ञी के रूप से जानी जाने वाली लता मंगेशकर ने पांच साल की उम्र से गायन का प्रशिक्षण लेना शुरू किया था। उन्होंने 1942 में एक गायिका के रूप में अपना करियर शुरू किया था और सात दशकों से अधिक समय तक हिंदी, मराठी, तमिल, कन्नड़ और बंगाली समेत 36 भारतीय भाषाओं में लगभग 25,000 गीत गाए।

उन्होंने ‘ऐ मेरे वतन के लोगो’, ‘लग जा गले’, ‘मोहे पनघट पे’, ‘चलते चलते’, ‘सत्यम शिवम सुंदरम’, ‘अजीब दास्तां है’, ‘होठों में ऐसी बात’, ‘प्यार किया तो डरना क्या’, ‘नीला आसमां सो गया’ और ‘पानी पानी रे’ जैसे कई गीतों को अपनी सुरीली आवाज देकर यादगार बना दिया।

भारतीय सिनेमा के सबसे महान पार्श्व गायकों में से एक मानी जाने वाली लता मंगेशकर को कई फिल्म पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। उन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण, दादा साहेब फाल्के पुरस्कार और कई अन्य भारतीय फिल्म पुरस्कारों से नवाजा गया। उन्हें 2001 में भारत का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान भारत रत्न भी मिला था।

लता मंगेशकर के निधन पर दो दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा

महान गायिका लता मंगेशकर के निधन पर दो दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है। आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।

पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा लता मंगेशकर का अंतिम संस्कार

अधिकारी ने बताया कि उनके पार्थिव शरीर को ब्रीच कैंडी अस्पताल से दोपहर करीब साढ़े बारह बजे दक्षिण मुंबई के पेडर रोड स्थित उनके प्रभु कुंज आवास ले जाया जाएगा।

अधिकारी ने बताया कि इसके बाद इसे शिवाजी पार्क लाया जाएगा, जहां शाम करीब साढ़े छह बजे पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।

मंगेशकर की बहन उषा मंगेशकर और उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि 92 वर्षीय गायिका के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था, जिसके कारण रविवार सुबह 8.12 बजे उनका निधन हो गया।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि महान गायिका लता मंगेशकर का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।

ठाकरे ने एक बयान में कहा कि लता मंगेशकर के निधन से एक गौरवशाली युग का अंत हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गायिका की सुरीली आवाज अमर रहेगी और उनके निधन की खबर सुनकर हर कोई दुखी है। मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा, ‘‘वह हमारे बीच हमेशा मौजूद रहेंगी।’’

उन्होंने कहा कि गायिका का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। ठाकरे ने कहा, ‘‘यह दुखद है कि लता मंगेशकर हमें छोड़कर चली गईं। वह मातृतुल्य थीं। उनकी आवाज ने सभी के जीवन में हर स्थिति को जीवंत कर दिया। उनकी आवाज ने भाषा, क्षेत्र, जाति, पंथ और धर्म की बाधाओं को तोड़ दिया।’’

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि लता मंगेशकर के उनके परिवार के साथ मधुर संबंध थे। उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें फोटोग्राफी का भी शौक था और उन्हें कैमरों तथा विभिन्न लेंस के बारे में अच्छी जानकारी थी। हम अक्सर फोटोग्राफी पर चर्चा करते थे और वह मुझे आशीर्वाद देने के लिए मेरी फोटो प्रदर्शनी में मौजूद रहती थीं। हाल में जब मैं अस्पताल में भर्ती था, तो उन्होंने मेरे स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली थी।’’

लता मंगेशकर की सुरीली आवाज हमेशा उनके प्रशंसकों के दिलों में गूंजती रहेगी: राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को महान गायिका लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी सुरीली आवाज अमर है, जो उनके प्रशंसकों के दिलों में हमेशा गूंजती रहेगी।

मंगेशकर का रविवार को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। 92 वर्षीय गायिका कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई थीं और उन्हें बीमारी के मामूली लक्षण थे। उन्हें आठ जनवरी को ब्रीच कैंडी अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया था।

गांधी ने ट्वीट किया, ‘लता मंगेशकर जी के निधन की दुखद खबर मिली। उनकी आवाज कई दशकों तक भारत में सबसे प्रिय रही।’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘उनकी सुरीली आवाज अमर है और उनके प्रशंसकों के दिलों में हमेशा गूंजती रहेगी। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने भी ट्विटर पर मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि यह भारतीय कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है।

उन्होंने लिखा, ‘भारतीय संगीत की बगिया में सुरों को चुन-चुनकर सजाने वाली सुर सम्राज्ञी लता मंगेशकर जी के निधन का दुखद समाचार मिला। उनके निधन से भारतीय कला जगत को एक अपूरणीय क्षति हुई है। ईश्वर लता जी को अपने श्री चरणों में स्थान दें और इस दुःख की घड़ी में परिजनों को कष्ट सहने का साहस प्रदान करें।’

वाद्रा ने अपनी दादी व पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के साथ मंगेशकर की एक तस्वीर भी साझा की।

ममता ने लता मंगेशकर के निधन पर शोक जताया, राज्य में सोमवार को आधे दिन की छुट्टी की घोषणा की

मशहूर गायिका लता मंगेशकर के निधन पर शोक जताते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनके सम्मान में सोमवार को आधे दिन की छुट्टी की घोषणा की।

बनर्जी ने कहा कि वह मंगेशकर की आवाज से मंत्रमुग्ध थीं। उन्होंने इस बात का आभार व्यक्त किया कि मंगेशकर ने बंगाल और पूर्वी भारत के कलाकारों को स्नेह दिया।

मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘मैं देश की महान शख्सियत भारत रत्न लता मंगेशकर को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं। उनके परिवार और दुनिया भर में उनके अरबों प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं। वह सचमुच भारत की सुर कोकिला थीं।’’

बनर्जी ने कहा, ‘‘दुनिया भर में उनके सभी प्रशंसकों और शुभचिंतकों की तरह, मैं भी उनकी आवाज और प्रस्तुतिकरण से मंत्रमुग्ध थी और मैं आभारी महसूस करती हूं कि उन्होंने बंगाल और पूर्वी भारत के कलाकारों को स्नेह दिया और संगीत की अपनी शानदार दुनिया के लिए अभिन्न माना।’’

बाद में, बनर्जी ने एक बांग्ला समाचार चैनल को बताया कि राज्य सरकार मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त करने और उन्हें सम्मानित करने के लिए सोमवार को आधे दिन की छुट्टी घोषित करेगी।

मंगेशकर (92) का रविवार को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। गायिका कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई थीं और उन्हें बीमारी के मामूली लक्षण थे। उन्हें आठ जनवरी को ब्रीच कैंडी अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया था।

जब भारतीय टीम की जीत के लिये लताजी ने रखा था व्रत …

(मोना पार्थसारथी)

क्रिकेट को लेकर लता मंगेशकर की दीवानगी जगजाहिर है और विश्वकप 2011 में पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल में भारतीय टीम की जीत के लिये उन्होने निर्जल व्रत रखा था ।

भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर का रविवार को मुंबई में निधन हो गया ।

उन्होंने एक समय भाषा को दिये इंटरव्यू में कहा था ,‘‘मैने पूरा मैच देखा और मैं काफी तनाव में थी ।’’

उन्होंने कहा था ,‘‘ जब भारतीय टीम खेलती है तो मेरे घर में सभी का कुछ न कुछ टोटका होता है । मैंने , मीना और उषा ने सेमीफाइनल के दौरान कुछ खाया पिया नहीं । मैं लगातार भारत की जीत के लिये प्रार्थना कर रही थी और भारत की जीत के बाद ही हमने अन्न जल ग्रहण किया ।’’

विश्व कप 1983 फाइनल को याद करते हुए उन्होंने कहा था ,‘‘मैं उस समय लंदन में ही थी और मैने कपिल देव और उनकी टीम को इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल से पहले डिनर के लिये बुलाया था । मैने उन्हें शुभकामनायें दी ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ खिताब जीतने के बाद कपिल देव ने मुझे डिनर के लिये बुलाया था । मैने जाकर टीम को बधाई दी ।’’

सचिन तेंदुलकर को वह अपना बेटा मानती थी और वह भी उन्हें मां सरस्वती कहते थे ।यह संयोग की है कि सरस्वती पूजा के अगले दिन ही भारत की सरस्वती का देवलोकगमन हुआ ।

खेल जगत ने महान गायिका लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दी

क्रिकेटरों की अगुआई में खेल जगत ने रविवार को महान गायिका लता मंगेशकर के निधन पर शोक जताया और उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वह हमेशा लोगों के दिलों में रहेंगी।

देश के महान संगीत सितारों में शामिल लता (92) की बहन ऊषा मंगेशकर और उनका उपचार कर रहे डॉक्टरों के अनुसार रविवार को शहर के एक अस्पताल में कई अंगों के काम करना बंद कर देने के कारण उनका निधन हो गया।

दिग्गज बल्लेबाज और पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली ने ट्वीट किया, ‘‘लता जी के निधन की खबर सुनकर बेहद दुखी हूं। उनके मधुर गीतों ने दुनिया भर में करोड़ों लोगों के दिलों को छुआ है। आपके सभी गीतों और यादों के लिए आपको धन्यवाद। परिवार और प्रियजनों को मेरी ओर से संवेदनाएं।’’

भारत के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने अपने ट्विटर पेज पर लिखा, ‘‘आपके संगीत ने हमारी आत्मा को छुआ और हमें खुश किया। लता मंगेशकर जी भगवान आपकी आत्मा को शांति दे। आपकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।’’

भारत के टेस्ट विशेषज्ञ बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने कहा कि लता के निधन के साथ देश ने अपनी स्वर कोकिला को खो दिया।

उन्होंने लिखा, ‘‘भारत ने आज अपनी स्वर कोकिला को खो दिया। इस मुश्किल समय में शोक मनाते हुए लता दीदी के परिवार के प्रति संवेदनाएं हैं। ओम शांति।’’

महान स्पिनर अनिल कुंबले ने ट्वीट किया, ‘‘लता मंगेशकर के निधन पर संवेदनाएं। उनकी मधुर आवाज लोगों को प्रेरित करती रहेगी।’’

पूर्व भारतीय बल्लेबाज और राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के मौजूदा प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण ने कहा, ‘‘भारत रत्न लता मंगेशकर दीदी के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ। उनकी आवाज और मधुर गीत अमर रहेंगे। उनके परिवार, मित्रों और दुनिया भर में करोड़ों प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं। ओम शांति। ’’

पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने लिखा, ‘‘भारत की स्वर कोकिला, एक ऐसी आवाज जो गूंजती है और दुनिया भर के करोड़ों लोगों को खुशी देती थी, वह चली गई। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति तहेदिल से संवेदनाएं। ओम शांति।’’

पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने लिखा, ‘‘महान लोग अनंत काल तक जीते हैं। कोई कभी दोबारा उनके जैसा नहीं होगा।’’

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज ने लिखा, ‘‘भारत की स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी के निधन से बेहद दुखी हूं। भारत के लिए बड़ा नुकसान। उनकी जादुई आवाज हमेशा अमर रहेगी। ओम शांति।’’

भारतीय फुटबॉल टीम ने भी इस महान गायिका को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, ‘‘हम भारत की स्वर कोकिला और दिवंगत गायिका लता मंगेशकर के निधन पर शोक जताते हैं। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। ’’

ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने भी उनके निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट किया, ‘‘ओम शांति।’’

कॉरपोरेट जगत के दिग्गजों ने लता दीदी को भावभीनी श्रद्धांजलि दी

कॉरपोरेट जगत के दिग्गजों ने रविवार को स्वर कोकिला लता मंगेशकर को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज देश ने एक महान हस्ती को खो दिया है।

आरपी संजीव गोयनका समूह के चेयरमैन संजीव गोयनका ने कहा कि लता जी का संगीत आने वाले वर्षों में भी सभी को मंत्रमुग्ध करता रहेगा।

आरपी गोयनका समूह के पास सबसे पुराने संगीत लेबल सारेगामा का स्वामित्व है।

गोयनका ने कहा, ‘‘लता जी और मेरी मां आपस में बहनों की तरह थीं। वह हमारे परिवार के लिए एक सच्ची प्रेरणा थीं। हालांकि, आज वह नहीं हैं, लेकिन उनका संगीत वर्षों तक हमें उनकी याद दिलाता रहेगा। मेरा परिवार हमेशा उनके प्यार और स्नेह को याद रखेगा।’’

लता मंगेशकर का रविवार को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। उनका काफी दिनों से वहां इलाज चल रहा था। 92 वर्षीय महान गायिका को जनवरी की शुरुआत में दक्षिण मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया था।

प्रमुख उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने ट्वीट किया, ‘‘आप क्या कह सकते हैं जबकि आपकी आवाज चली गई …ओम शांति।

अडाणी समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी ने कहा कि उनकी आवाज, आकर्षण और संगीत पीढ़ियों तक कायम रहेगा।

अडाणी ने ट्वीट किया, ‘‘यदि किसी ने पूरे भारत का प्रतिनिधित्व किया है, तो वह लता दीदी ही थीं। दीदी ने 36 भाषाओं में गाया है। अरबों लोग उनको याद करेंगे।’’

जैव प्रौद्योगिकी कंपनी बायोकॉन की कार्यकारी चेयरपर्सन किरण मजूमदार-शॉ ने लता मंगेशकर को याद करते हुए उनका गाया गाना ‘तू जहां जहां चलेगा’ साझा किया।

इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) के चेयरमैन एस एम वैद्य ने कहा कि आज देश की स्वर कोकिला की आवाज थम गई। उन्होंने कहा कि इस नुकसान को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। लता जी ने आठ पीढ़ियों तक भारतीयों को मंत्रमुग्ध किया है और वह हमेशा हमारे दिलों में रहेंगी।

अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप की संयुक्त प्रबंध निदेशक संगीता रेड्डी ने कहा कि यह काफी दुखी करने वाला दिन है। मैं इस महान भारतीय हस्ती के निधन में देश के साथ शोक में शामिल हूं।’’

लता मंगेशकर को ‘मेलोडी क्वीन’ कहा जाता था। उन्होंने पांच साल की उम्र में गाने का प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया था। गायिका के रूप में उनके करियर की शुरुआत 1942 में हुई थी। उन्होंने हिंदी, मराठी, तमिल, कन्नड़, बांग्ला सहित 36 भारतीय भाषाओं में गाने गाए हैं।

लता मंगेशकर की आवाज का जादू हमेशा बरकरार रहेगा: पाकिस्तानी मंत्री

(सज्जाद हुसैन)

इस्लामाबाद, छह फरवरी (भाषा) पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने रविवार को महान गायिका लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्होंने दशकों तक संगीत की दुनिया पर राज किया है और उनकी आवाज का जादू हमेशा बरकरार रहेगा।

मंगेशकर की बहन उषा मंगेशकर और उनका इलाज करने वाले डॉक्टरों ने बताया कि 92 वर्षीय गायिका के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था, जिसके कारण रविवार सुबह 8.12 बजे उनका निधन हो गया।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ चीन के दौरे पर गए प्रतिनिधिमंडल में शामिल चौधरी ने बीजिंग से उर्दू में शोक संदेश ट्वीट किया, ‘लता मंगेशकर के निधन से संगीत के एक युग का अंत हो गया। लता ने दशकों तक संगीत की दुनिया पर राज किया और उनकी आवाज का जादू हमेशा बरकार रहेगा।’

उन्होंने कहा, ‘जहां भी उर्दू बोली और समझी जाती है, वहां लता मंगेशकर को अलविदा कहने वालों का हुजूम है।’

मंगेशकर के निधन की खबर ट्विटर पर ट्रेंड कर रही है और लगभग सभी टीवी चैनलों पर उनके निधन की खबर के साथ-साथ उनके सदाबहार गीत प्रसारित किये जा रहे हैं।

पाकिस्तान के सरकारी टीवी पर भी मंगेशकर के निधन की खबर प्रसारित हुई, जो सीमा के इस ओर उनकी लोकप्रियता को दर्शाता है।

डिसक्लेमर: यह आर्टिकल भाषा पीटीआई न्यूज फीड से प्रकाशित किया गया है.