Category: मनोरंजन

  • पानी के अंदर म्यूजिक बनाने वाला दुनिया का पहला अनोखा बैंड

    पानी के अंदर म्यूजिक बनाने वाला दुनिया का पहला अनोखा बैंड

    संगीत किसको नही पसंद है? जी है हम बात कर रहे है अलग अलग तरह के संगीत प्रेमियो की जिन्होंने संगीत के लिए अपना सब कुछ दाव पर लगा दिया हैऐसे ही संगीत प्रेमी बैंड की बात हम यहाँ कर रहे है जिन्होंने पानी के अंदर म्यूजिक बनाया है

    बिटवीन म्यूजिक (Between Music) एक ऐसा बैंड है जिन्होंने पानी के अंदर म्यूजिक बनाया है, इस तकनीक को खोजने में लगभग 10 साल लगे है, ये बैंड डेनमार्क देश में है जिहोने ने ये करिश्मा कर दिखाया है, इन्होंने पानी के अंदर संगीत बनाने के लिए कुछ खास तरह के म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट भी तैयार किये है

    ये दुनिया के सबसे अनोखा बैंड मन जाता है क्योंकि ये बैंड सिर्फ म्यूजिक बनाते ही नही पानी के अंदर गाते भी हैबिटवीन म्यूजिक ग्रुप डेनमार्क के लैला स्कॉवमंड और रोबर्ट कार्ल्ससोन द्वारा चलाया जाता हैएकवासोनिक इस म्यूजिक ग्रुप का सबसे खास प्रोजेक्ट है

    इस ग्रुप के इस अनोखे संगीत ने संगीत प्रेमियो को एक अलग तरह का ही संगीत दिया है यही वजह है की इस संगीत ग्रुप को लोगो ने बहुत सराहा है

  • घूमने जा रहे हैं? इन जगहों पर जरूर जाएँ

    घूमने जा रहे हैं? इन जगहों पर जरूर जाएँ

    अपना देश भारत बहुत ही सुन्दर है. कुछ जगहें तो इतनी सुन्दर हैं की आप का मन बस वहीँ बस जाने का करेगा. आइए जाने अपने देश की ख़ूबसूरत घूमने लायक जगहों के बारे में.

    Image Source: India Travel Guide

  • वरुण प्रुथी का रक्षा बंधन पर दिल को छू लेने वाला विडियो

    वरुण प्रुथी का रक्षा बंधन पर दिल को छू लेने वाला विडियो

    रक्षा बंधन भाई और बहन के प्यार और निष्ठा का त्यौहार होता है इस दिन हर भाई अपनी बहन की रक्षा का वचन देते है।पर असल में वचन का पता तब चलता है जब वही भाई किसी और की बहन को छेड़ते है। असल में भाई वही होते है जो अपनी बहन के साथ साथ दुसरो की भी बहनो की रक्षा करते है।

    वरुण प्रुथी के द्वारा फिल्माया गया ये विडियो एक सत्य घटना पर आधारित है जो एक ऐसे ही भाई की कहानी दिखता है। जिसने दूसरे की बहन को बचाने के लिए अपनी जान दे दी।

    मैं यह यकीन के साथ कह सकता हू की इस विडियो को देखने के बाद आप शर्म से डूब जायेगे।

  • Travel Destination Birmingham: Must See in Britain

    Travel Destination Birmingham: Must See in Britain

    The Britain’s second biggest city after London is Birmingham. It is the cultural centre of the west midlands that offers a vast range of exciting and interesting opportunities to the visitors. It is the ideal tourist destination where you will find lots of shopping centers, amazing places that are the center of attraction. As a city, it is fully packed with beautiful places to visit, that enables you to get a real taste of its culture. The Birmingham travel guide is perfect choice in order to know more about this place.

     

    Some of the finest places include Birmingham Cathedral, Museum & Art Gallery, botanical gardens, Cadbury’s world and many more. Visitors can visit all these places that truly express the culture and traditions of this rocking and wonderful place. So many luxurious hotels are available at this destination where you will find all other services and accommodation.

     

    In order to know more this fabulous place, Birmingham travel guide is the good option that will help you. Complete information is also made available for the users that they can check through online via internet. So, visit this place at least once in order to view the real beauty of the nature.

  • Aberdeen Travel Guide: An amazing destination

    Aberdeen Travel Guide: An amazing destination

    Visiting a city of Aberdeen is a beautiful and multinational European centre that offers a various collection of social and cultural places. It is the finest place that is also known as the City of Granite. Visitors will find excellent buildings that made up of originated stones. You can also view old Aberdeen extraction that is located closely to one another at the city centre. This provides a beautiful view of Aberdeen’s exciting stone center.

    One of the fascinating attractions is a natural coastal resort that is highly liked by the people who visit the destination. It is completely an amazing spot for all those who love to visit various places. This place is also famous for international youth festival in which young performers comes from all over the world. People from all over the world visit this place just to view the real picture of this youth festival.

    At last, if you have any queries related to this Aberdeen travel guide simply log online. Moreover, full and correct information regarding such amazing spot is available on the internet. Hence, do not wait and visit such wonderful destination of world that will surely make you feel good.

  • क्या जानते हैं आप कानपुर का धार्मिक इतिहास

    क्या जानते हैं आप कानपुर का धार्मिक इतिहास

    वैदिक, पौराणिक और धार्मिक आस्था तथा ऐतिहासिकता को समेटे कानपूर आर्य सभ्यता का प्राचीन केंद्र रहा है. कानपूर जनपद का भू-भाग पुण्यतोया गंगा – यमुना के दोआब भाग में स्थित है. कानपूर के इस भू-भाग में पौराणिक काल के बहुत से ऋषि मुनियों का प्रवास और जन्म स्थान की मान्यता भी है. जनपद में गंगा का प्रवेश आकिन ग्राम से होता है. आकिन ग्राम में सप्त ऋषि प्रधान अंगिरा का आश्रम होने की मान्यता है. ब्रह्मा के मानस पुत्र अंगिरा तपस्या से अग्नि के सामान तेजवान थे. श्री कृष्ण ने पाशुपत योग की प्राप्ति महृषि अंगिरा से ही किया था. अंगिरा को चौथे द्वापर का व्यास भी कहा गया है. इसी तरह गंगा किनारे सैबसू ग्राम में कश्यप पुत्र विभाण्डक के पुत्र श्रृंगी का आश्रम है. श्रृंगी एक कर्मनिष्ठ ब्राह्मण थे. अंगदेश में अकाल होने पर राजा रोमपाद को सुझाव दिया गया की ब्रह्मचारी श्रृंगी के अंगदेश आने पर अकाल समाप्त हो सकता है. रोमपाद ने प्रयास कर उन्हें बुलाया जिससे वर्षा हुई. राजा ने अपनी पालित पुत्री का विवाह श्रृंगी से कर दिया तथा श्रृंगी ने राजा दशरथ के पुत्र्येष्टि यज्ञ को पूरा कराया. गंगा के सुरम्य तट पर बिठूर में बाल्मीकि का आश्रम है. भगवान् राम की पत्नी सीता ने यहीं प्रवास किया था, लव कुश का जन्म भी यहीं हुआ था तथा रामायण महाकाव्य की रचना भी यहीं हुई थी.

    दैत्य राज बलि की राजधानी ‘मूसानगर’ में शुक्राचार्य का स्थान माना जाता है. भगवान वामन के तीन पग भूमि दान में बाधा बनने पर उनकी आँख जाती रही. यहां पर शुक्राचार्य की पुत्री देवयानी के नाम पर सरोवर भी विद्धमान है. देवयानी का विवाह ययाति के साथ हुआ, जिनकी राजधानी जाजमऊ में थी.

    सेंगुर नदी के तट पर निगोही ग्राम में तपस्वी और क्रोधमूर्ति दुर्वासा ऋषि का आश्रम है. उन्होंने भक्त अंबरीश को शाप तथा दुष्यन्तपत्नी शकुंतला को शाप दिया था. इसी तरह ग्राम “परसौरा” भगवान परशुराम और “चिंता निवादा” उनके पिता जमदग्नि ऋषि का आश्रम माना जाता है. भृगु पुत्र ऋचीक और गाधिपुत्री सत्यवती से जमदग्नि ऋषि का जन्म हुआ. भगवान् परशुराम को विष्णु का अवतार माना जाता है. “नार” ग्राम नारदाश्रम के नाम से प्रसिद्ध है. नारद पूर्व में दासी पुत्र थे.

    महाभारत कालीन द्रोणपुत्र चिरंजीवी अश्वत्थामा का जन्मस्थान शिवराजपुर के पास ककयपुर में खेरेश्वर में है. मान्यता है की सप्त चिरंजीवियों में से अश्वत्थामा आज भी खेरेश्वर महादेव का प्रातः अभिषेक करते हैं. भक्तराज ध्रुव की राजधानी बहिर्ष्मतीपूरी बिठूर में मानी जाती है. बालिपुत्र बाणासुर की राजधानी “बनीपारा” में है. वहां पर बना ऊषाबुर्ज आज भी उनकी पुत्री का स्मरण दिलाता है. ययाति से जाजमऊ और माता-पिता के भक्त श्रवण कुमार के नाम से “सरवन खेड़ा” प्रसिद्ध है. आज भी यह पौराणिक धार्मिक तीर्थ आध्यात्मिक पर्यटन की ओर लोगों को आकर्षित करते हैं. इनसभी तीर्थ स्थलों के विकास पर शासन को अवश्य ध्यान देना चाहिए.
    साभार: सचिन तिवारी

  • इस फिल्म मेकर ने बाहुबली-2 में ऐसी 5 कमियां निकाली कि राजमौली को उत्तर देने के लिए मजबूर होना पड़ा

    इस फिल्म मेकर ने बाहुबली-2 में ऐसी 5 कमियां निकाली कि राजमौली को उत्तर देने के लिए मजबूर होना पड़ा

    बाहुबली-2 की ऐसी कमियां जिसे आप भी नहीं पकड़ सके.

    राजमौली की बाहुबली-2 ” द कॉन्क्लुजन “ हिन्दुस्तान सिनेमा के सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए आगे बढ़ती जा रही है. लोगों ने पहली मूवी की भांति ही इस मूवी को भी पसंद किया और राजमौली सहित सभी किरदारों की प्रशंसा की. पूरी दुनिया से जहां इस फिल्म को रेकार्ड तोड़ सफलता मिल रही है वहीँ एक फिल्म मेकर ने इस फिल्म की 5 ऐसी कमियां निकाली की राजमौली को उत्तर देने पर विवश होना पड़ा.

    आइये देखते हैं पूरा मसला क्या है:

    फिल्म मेकर विग्नेश शिवान ने फिल्म की प्रंशसा करते हुए एक ट्वीट किया और इस फिल्म की पांच कमियों की ओर इंगित किया जिन्हें पढ़कर आप भी विग्नेश के ट्ववीट के कायल हो जाएंगे.

    विग्नेश के अनुसार बाहुबली -2 के दर्शक अभी और भी देखना चाहते हैं इसलिए बाहुबली -३ बनाने के लिए प्रार्थना करते हैं. इस फिल्म की प्रशंसा में विग्नेश आगे लिखते हैं:

    1. इतने शानदार शो के लिए १२० रुपये की टिकट बहुत कम लग रही है, इसलिए एक कलेक्शन बॉक्स  या प्रोड्यूशर का अकॉउंट नंबर भी एक्स्ट्रा पेमेंट के लिए देना चाहिए.

    2. बाहुबली-2 की लम्बाई बहुत ही कम है. इतने मस्त अनुभव को आपने केवल 3 घंटे में ख़त्म कर दिया.

    3. इतना शानदार और परफेक्ट वर्क, दूसरे फिल्म मेकर्स को अपने काम को परफेक्शन के साथ करने के लिए प्रेरित करते हैं.

    4. बाहुबली-2 “कॉन्क्लुजन” नहीं होना चाहिए. इसमें तो 10 पार्ट का “इन्क्लूजन” होना चाहिए, जिससे हम निकट भविष्य में और चमत्कार देख सके.

    5. इस फिल्म के रेकॉर्ड देखकर समझ नहीं आता है कि इसके रेकॉर्ड तोड़ने वाली फिल्म बनने में कितना साल और लगेंगे.

    देखें विग्नेश ने क्या ट्वीट किया:

    विग्नेश के ट्वीट को पढ़कर राजमौली अपने आपको रोक नहीं पाए और विग्नेश को रिप्लाई किया.

     

    क्या आप विग्नेश द्वारा बाहुबली-2 में निकाली गयी कमियों से संतुष्ट हैं?

    अगर हाँ तो कमेंट और शेयर करें.

    Source: http://topyaps.com/baahubali-5-mistakes

  • अयोध्या: सरयू तट पर बहुत कुछ है देखने को

    अयोध्या: सरयू तट पर बहुत कुछ है देखने को

    यूँ तो सभी स्थानों का अपना महत्त्व है फिर भी कुछ स्थानों की कल्पना मात्र से रोमांच उत्पन्न हो जाता है. कुछ स्थान देखने सुनने, में बहुत छोटे होते हैं, परन्तु श्रद्धा,विश्वास और महत्त्व में उतने ही बड़े. सभ्यता और संस्कृति के संगम ये स्थल सुदूर क्षेत्रों में हैं. परन्तु आमजन की पहुँच उतनी भी दूर नहीं, जितने आसमान के तारे. इन स्थानों के ख्याल मात्र से व्यक्ति कल्पना लोक में पहुँच जाता है. जिस प्रकार कल्पना लोक की छवि अद्वितीय होती है, उसी प्रकार इन पवित्र स्थलों का आध्यात्मिक महात्म्य, सभ्यता और संस्कृति स्वच्छ, निर्मल आध्यात्म, महात्म्य, सभ्यता एवं संस्कृति के अनुपम स्वरुप की दास्ताँ आज भी बयां करते प्रतीत होते हैं. आज़ादी के बाद से राम मंदिर(Ram Mandir Ayodhya) और बाबरी मस्जिद(Babri Masjid) के विवाद की वजह से भी अयोध्या(Ayodhya) चर्चा में रही है. सन 1990 में बाबरी मस्जिद विध्वंश के बाद एक बार फिर विवाद बढ़ गया और चुनावों में भी राम मंदिर की गूँज सुनाई पड़ने लगी.

     

    आज बात करते हैं सरयू(Saryu River) तट के आस पास के कुछ प्रमुख स्थानों के बारे में:

     

    फैजाबाद(Faizabad):

    पूर्वांचल का यह क्षेत्र अवधि भाषा का क्षेत्र है. प्राचीन काल में इसका नाम अवध(Awadh) था, मध्य काल में यह जवानो की नगरी बन गयी थी. इस क्षेत्र का प्रमुख आकर्षण अयोध्या(Ayodhya) तहसील है.

     

    अयोध्या(Ayodhya):

    इक्ष्वाकु सूर्यवंशी राजाओं की राजधानी के रूप में प्रसिद्ध अयोध्या का प्राचीन नाम कौशल था. रामायण(Ramayan) में मनु द्वारा स्थापित अयोध्या में श्री राम(Shri Ram) सर्वाधिक प्रसिद्ध राजा हुए, जो भगवान् विष्णु (Lord Vishnu) के अवतार माने जाते हैं. उत्तर-पूर्व में सरयू तट पर स्थित इस क्षेत्र के दर्शनीय स्थल इस प्रकार हैं:

     

    हनुमान गढ़ी(Hanuman Garhi, Ayodhya):

    नगर के मध्य में स्थित है. किलानुमा भवन में हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित है. यहीं पर गुफा में रहकर हनुमान जी रामकोट(RamKot) की रक्षा करते थे.

    Ram Janm Bhoomi

    कनक भवन(Kanak Bhawan, Ayodhya):

    यहाँ का वर्तमान मंदिर 1861 में टीकमगढ़ की महारानी वृषभानुकुँवरि द्वारा बनवाया गया है, इसके गर्भगृह में भगवान् राम(Lord Rama) और सीता(Sita) की स्वर्णजणित मूर्तियां हैं. एक जनश्रुति के अनुसार सीता जी के अयोध्या प्रथम आगमन पर कैकेयी द्वारा यह भवन उन्हें दिया गया था.

     

    राम कोट(Ram Kot, Ayodhya):

    अयोध्या के पश्चिम में स्थित प्राचीन पूजा स्थल एवं विवादित क्षेत्र है. विभिन्न लेखों के अनुसार अयोध्या के एक सिरे पर राम कोट और दूसरे पर सरयू नदी थी. राम कोट के 20 द्वार बताये गए हैं. मुख्य द्वार पर हनुमान जी का पहरा रहता था.

     

    राम जन्म भूमि(Ram Janmbhoomi, Ayodhya):

    राजा विक्रमादित्य द्वारा खोजा गया वह पवित्र स्थल जहां विद्धमान बाल-रूप श्री राम चंद्र जी के दर्शन हेतु सम्पूर्ण विश्व से श्रद्धालु आते हैं.

    Sita Ram

    मणि पर्वत(Mani Parvat, Ayodhya):

    यह 65 फ़ीट की ऊंचाई का है. हनुमान जी द्वारा संजीवनी बूटी(Sanjeevni Booti) ले जाते समय हिमालय से टूटकर गिरा हुआ खंड है, ऐसा माना जाता है.

     

    बाल्मीकि भवन(Balmiki Bhawan, Ayodhya):

    इस भवन की दीवारों पर सम्पूर्ण रामायण के श्लोक उत्कीर्ण हैं.

     

    नागेश्वर नाथ मंदिर(Nageshwar Nath Mandir, Ayodhya):

    कुश द्वारा बनवाया गया यह मंदिर अयोध्या का मुख्य आराधना स्थल है. एक कथा के अनुसार स्नान करते हुए कुश का बाजूबंद खो गया था, जो एक नागकन्या को मिला, शिव भक्त नागकन्या द्वारा वापस प्राप्त होने पर वहां पर भगवान् शिव के मंदिर का निर्माण कराया गया.

    Shri Ram

    स्वर्ग द्वार(Swarg Dwar, Ayodhya):

    सहस्रधारा से नागेश्वरनाथ मंदिर तक का भू-भाग स्वर्गद्वार के नाम से जाना जाता है.

     

    त्रेता के ठाकुर(Treta ke Thakur or Kaleram Temple, Ayodhya):

    यह मंदिर श्री राम द्वारा किये गए अष्वमेघ यज्ञ के स्थल पर बना है. किले पाषाण से निर्मित मूर्तियां सरयू नदी से खोजकर स्थापित की गयी हैं. इसे कालेराम का मंदिर भी कहते हैं.

     

    तुलसी स्मारक भवन(Tulsi Smarak Bhawan, Ayodhya):

    तुलसीदास की स्मृति में बना यह भवन, रंगमहल, कौशल्य भवन, क्षीरेश्वरनाथ, तुलसी चौरा, सीता रसोई, रत्न सिंहासन आदि का संगम है.

     

    जैन मंदिर(Jain Mandir, Ayodhya):

    जैनियों के पांच तीर्थंकरों की जन्मस्थली है. केसरी सिंह ने 1781 में आदिनाथ का मंदिर, अनंतनाथ का मंदिर, सुमंतनाथ का मंदिर, दिगंबर अखाडा, बड़ी एवं छोटी छावनी, क्रमशः स्वर्गद्वार, गोलाघाट, रामकोट एवं सतसागर के निकट बनवाया था.

     

    सरयू के घाट(Saryu River Ghat, Ayodhya):

    सरयू तट पर राम की पैड़ी(Ram ki Paidi), नया घाट, जानकी घाट(Janki Ghat) एवं बालममिकी घाट(Balmiki Ghat) प्रमुख स्नान घाट हैं.

     

    कुंड:

    सीता कुंड, विभीषण कुंड, सूरज कुंड, ब्रह्म कुंड तथा दन्त धवन कुंड प्रमुख हैं.

    https://youtu.be/mtibajvoPV4

    टीला:

    सुग्रीव टीला, अंगद टीला, नल-नील तथा कुबेर टीला अयोध्या के मुख्य स्थल हैं.

     

    गुप्तार घाट(Guptar Ghat, Ayodhya):

    सरयू तट का वह प्रसिद्ध घाट जहां पर श्रीराम अपने भाइयों के साथ जल समाधि में लीन हो गए थे.

     

    भरत कुंड(Bharat Kund, Ayodhya):

    अयोध्या के दक्षिण में बसा भरत की तपोस्थली एवं गुफा है. इसे नंदीग्राम(Nandigram, Ayodhya) भी कहते हैं.

     

    विल्वहरी घाट(Vilvhari Ghat, Ayodhya):

    अयोध्या से पूर्व में 8 किमी दूर मुंदडीह गाँव में दशरथ का समाधि स्थल है.

     

    श्रृंगी ऋषि आश्रम(Shringi Rishi Aashram, Ayodhya):

    सरयू किनारे पर बसे इस स्थल पर श्रृंगी मुनि ने राजा दशरथ के लिए पुत्रकामेष्टि यज्ञ का आयोजन किया था.

     

    सूरजकुंड(Surajkund, Ayodhya):

    सूर्यवंशी राजाओं द्वारा सूर्य देवता को श्रद्धांजलि  के रूप में बनवाया था. यह अयोध्या से 3 किमी दूर है.

     

    सी.एम.पी. मंदिर(CMP Temple, Ayodhya):

    फ़ैजाबाद छावनी(Faizabad Cant) में स्थित इस मंदिर में सीता-राम तथा अन्य देवी देवताओं की स्वर्ण जड़ित मूर्तियां हैं.

     

    बहु बेगम का मकबरा(Bahu Beghum ka Makbara, Ayodhya):

    नवाब शुजाउद्दौला की पत्नी के स्मरण में 1816 में यह प्रसिद्ध मकबरा बना.

     

    गुलाबबाड़ी(Gulab Bari, Ayodhya):

    यह मकबरा शुजाउद्दौला की स्मृति में 1775 में बनवाया गया. इस स्मारक में उसके पिता सफदरजंग तथा मान मोती महल की भी कब्रें हैं.

     

    अफीम कोठी(Afim Kothi, Ayodhya):

    यह प्रसिद्ध भवन धरा रोड पर स्थित है. यह भवन शुजाउद्दौला की पत्नी का निवास स्थान था. यहां पर अब नारकोटिक्स विभाग का कार्यालय है.

     

    चौक त्रिपोलिया(Chowk Tripoliya, Ayodhya):

    सफदरजंग द्वारा 1756 में बनवाया गया. वर्तमान में यहां वृहद् द्वारा का निर्माण कराया गया है.

    https://youtu.be/ZeAbCsI4Mkk

    साभार: सौरभ सिंह

    Images: http://indiatoday.intoday.in

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  • चारधाम यात्रा अब डिजिटल: उत्तराखंड सरकार के पर्यटन विभाग ने चारधाम यात्रियों के लिए लांच किया एंड्राइड मोबाइल ऍप

    चारधाम यात्रा अब डिजिटल: उत्तराखंड सरकार के पर्यटन विभाग ने चारधाम यात्रियों के लिए लांच किया एंड्राइड मोबाइल ऍप

    वर्ष 2017 में अप्रैल के अंतिम सप्ताह से चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है. इस यात्रा में आने वाली कठिनाइयों को देखते हुए उत्तराखंड सरकार के पर्यटन विभाग ने पिछले वर्ष “एक्सप्लोर आउटिंग” (Explore  Outing ) नाम की एंड्राइड मोबाइल ऍप लांच की थी. इस ऍप के जरिये चारधाम यात्रा करने वाले यात्री अपने आस-पास की जानकारी और यात्रा से जुड़े लेटेस्ट अपडेट प्राप्त कर सकते हैं.

     

    उत्तराखंड पर्यटन सचिव शैलेश बगोली के अनुसार इस ऍप से यात्री रेस्टोरेंट, होटल, पुलिस, अस्पताल, पेट्रोल पम्प, शौचालय और एटीएम के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.

     

    यह ऍप केवल न केवल चारधाम के यात्रियों बल्कि टूरिज्म सेक्टर के कारोबारियों के लिए भी बनाया गया है, यहां पर होटल और रेस्टोरेंट जैसी सर्विस  देने वाले भी अपने बिज़नेस को रजिस्टर कर सकते हैं.

     

    इस ऍप से आस-पास के कुछ किलोमीटर के अंदर आने वाले मुख्य ट्रेवल डेस्टिनेशन के बारे में भी जानकारी मिलेगी और साथ ही अगर आप वीकेंड के लिए प्रोग्राम बना रहे हैं तो यह ऍप आपको 50 से 100 किलोमीटर की रेंज में आने वाली घूमने योग्य जगहों के बारे में भी जानकारी प्रदान करेगा.

     

    इस ऍप पर लाइव रूट मैप की जानकारी भी मिलेगी. इस ऍप पर यात्री फोरम में अपनी जानकारी फोटो के साथ शेयर कर सकते हैं. चूँकि चारधाम यात्रा के मार्ग कठिन पहाड़ों से होकर गुजरता है, इसलिए कभी भी रास्ते में व्यवधान आदि होने और सड़क के ठीक होने पर यात्री तुरंत इसकी जानकारी ऍप के माध्यम से दूसरे यात्रियों को दे सकते हैं.

     

    इस ऍप में लाइव मौसम की जानकारी भी दी गयी है, जिससे मौसम के अनुसार यात्री अपनी यात्रा को जारी रख सकते हैं.

     

    एक्सप्लोर आउटिंग ऍप पर्यटकों की सुविधा के साथ सुरक्षा का भी ध्यान रखता है और लेटेस्ट जानकारियां नोटिफिकेशन के माध्यम से मोबाइल पर आती रहती हैं.

     

    यह ऍप सिर्फ चार धाम ही नहीं बल्कि भारत के सभी यात्री इस्तेमाल कर सकते हैं और रास्ते में पड़ने वाली समस्याओं का समाधान इस ऍप के माध्यम कर सकते हैं.

     

    “एक्सप्लोर आउटिंग” (Explore  Outing ) ऍप को आप http://uttarakhandtourism.gov.in/ पर दी गयी लिंक से या फिर सीधे गूगल प्ले स्टोर पर सर्च करके या इस लिंक पर क्लिक करके (https://play.google.com/store/apps/details?id=com.gabbit.travelhelper ) डाउनलोड और इनस्टॉल कर सकते हैं.

     

    और जानकारी के लिए देखें:

    http://www.exploreouting.com/

    http://uttarakhandtourism.gov.in/

    http://timesofindia.indiatimes.com/city/dehradun/Tourism-app-launched-for-char-dham-yatra-pilgrims-other-tourists/articleshow/52015992.cms

    http://www.dailypioneer.com/state-editions/dehradun/explore-outing-mobile-app-launched-to-boost-char-dham-tourism.html

    http://www.news18.com/news/india/tourism-ministry-launches-a-mobile-app-to-help-users-explore-16-indian-cities-698257.html

     

    http://www.jagran.com/uttarakhand/dehradun-city-13939645.html

    http://m.jagran.com/uttarakhand/dehradun-city-13935434.html?src=articleREL

    http://www.samaylive.com/regional-news-in-hindi/uttarakhand-news-in-hindi/349988/uttarakhand-tourism-department-has-launched-a-mobile-application.html

  • 10 मिनट में हेलीकॉप्टर से दिल्ली दर्शन, वो भी केवल 2500 रुपये में

    10 मिनट में हेलीकॉप्टर से दिल्ली दर्शन, वो भी केवल 2500 रुपये में

    अभी तक केवल वीआईपी लोग ही हेलीकाप्टर में बैठ और घूम पाते थे, लेकिन अब आप भी हेलीकाप्टर से दिल्ली  की सैर कर सकते हैं और वो भी मात्र 2500 रुपये में. पहले दिल्ली और आस पास के इलाकों में हेलीकॉप्टर की सामान्य उड़ानों पर प्रतिबन्ध था लेकिन अब सरकारी हेलिकॉप्टर सेवा देने वाली कंपनी पवन हंस अपने रोहिणी स्थित हेलिपोर्ट से दिल्ली दर्शन सेवा शुरू करने जा रही है. अभी दिल्ली दर्शन सेवा केवल सप्ताहांत में उपलब्ध होगी लेकिन कुछ समय के अंदर इसे रोजाना शुरू किया जाएगा. आप दिल्ली दर्शन के लिए www.pawanhans.co.in पर टिकट बुक करा सकते हैं.

     

    आपको बता दें की पवन हंस दिल्ली दर्शन की दो तरह की सेवाएं देने जा रहा है जिसमे 20 मिनट की यात्रा के लिए 5000 रुपये और 10 मिनट की यात्रा के लिए 2500 रुपये वसूलें जाएंगे.

     

    20 मिनट की यात्रा में दिल्ली के पीतमपुरा टॉवर, मजनूं का टीला, लाल किला, राजघाट और अक्षरधाम मंदिर के आसपास के इलाकों के नजारे दिखाए जाएंगे. लेकिन 10 मिनट की सेवा में कवर होने वाले इलाकों की अभी जानकारी नहीं दी गयी है.

     

    दिल्ली के रोहिणी में देश का पहला हेलिपोर्ट अभी कुछ समय पहले ही शुरू किया गया है. यहां से कुछ समय में नजदीकी शहरों के लिए भी उड़ान शुरू करने पर विचार चल रहा है. दिल्ली से मेरठ और मथुरा के लिए सेवाएं शुरू हो सकती हैं परंतु अभी किराया फाइनल नहीं हो पाया है.